फिल्मों को फास्ट फूड न बनाएं: सनी देओल


बॉलिवुड के धमाकेदार ऐक्टर रहे सनी देओल अब अपने परिवार की ऐक्टिंग की विरासत को अब तीसरी पीढ़ी को सौंपने के लिए तैयार हैं। उनके बेटे करण देओल एक नई ऐक्ट्रेस सहर बंबा के साथ फिल्म पल पल दिल के पास से डेब्यू करने के लिए तैयार हैं। इस फिल्म का डायरेक्शन भी सनी देओल ने ही किया है। 
इस बारे में बात करते हुए सनी ने कहा कि वह काफी नर्वस हैं। उन्होंने कहा, मेरी पीढ़ी में मैं पहला व्यक्ति था जिसे बॉलिवुड में लॉन्च किया गया था। अब मुझे समझ में आ रहा है कि मेरे पिता धर्मेंद्र भी बेताब के समय इसी दौर से गुजरे होंगे। आप जबतक खुद पिता नहीं बनते हैं आप एक पिता के दर्द, डर और प्यार को नहीं समझ सकते हैं।
सनी देओल को एक ऐक्शन हीरो माना जाता है लेकिन वह अब एक लव स्टोरी बना रहे हैं। सनी का कहना है कि सच्चा प्यार केवल मासूम चेहरों में ही दिखाई देता है लेकिन उनकी मासूमियत पहली फिल्म के बाद ही गायब हो गई थी। हालांकि उनका कहना है कि देओल परिवार के लोग ढाई किलो के हाथ साथ ही दिल से बेहद कोमल हैं।
सनी का मानना है कि दो तरह की फिल्में होती हैं एक नौटंकी जैसी फिल्म और एक ऐसी जिन पर विश्वास किया जा सकता है। हॉलिवुड का फैन होने के नाते सनी का कहना है कि वह दूसरे तरह की फिल्मों को ज्यादा पसंद करते हैं। उन्होंने कहा, मैं आजकल बन रही फिल्मों की बुराई नहीं कर रहा हूं। मैं केवल इतना इतना कहना चाहता हूं कि फिल्मों को फास्ट फूड मत बनाइए। हर किसी को हिट फिल्म चाहिए लेकिन सतर्कता से उस पर काम नहीं करते हैं। कई बार मैंने भी दबाव के कारण ऐसी फिल्मे की हैं लेकिन मैंने ज्यादातर ऐसी फिल्में ही बनाई हैं जिन पर मैं विश्वास करता हूं, न कि ऐसी फिल्में जो चलन में चल रही हैं।
करण के बाद अपने छोटे बेटे राजवीर को भी लॉन्च किए जाने के सवाल पर सनी ने कहा, निश्चित तौर पर। इस फिल्म के बाद की कहानी लिखी जा रही है। मैं किसी अन्य डायरेक्टर से भी इसका डायरेक्शन करा सकता हूं लेकिन किसी के पीछे भागूंगा नहीं जब तक कि बात नहीं बनती है। यही बात वह भाई बॉबी के बेटों आर्यमान और धरम के बारे में कहते हैं, हालांकि सनी का कहाना है कि अभी वे छोटे हैं और पढ़ाई पूरी करने के बाद अगर वे फिल्मों में आना चाहते हैं तो उन्हें पूरी छूट है।