बहुमत परीक्षण पर कल सुनाएगा फैसला -महाराष्ट्र पर सुको ने सुनी सभी पक्षों की दलीलें


नईदिल्ली,25 नवंबर (आरएनएस)। महाराष्ट्र में बीजेपी के सरकार गठन को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले के सभी पक्षों की दलील पूरी हो गई, जिसके बाद अदालत ने मामले की सुनवाई  मंगलवार सुबह 10:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. उम्मीद की जा रही है कि सुप्रीम कोर्ट कल इस पर फैसला सुना सकता है.
बता दें कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले के खिलाफ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. गौरतलब है कि रविवार को इस मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सभी दलों को नोटिस जारी किया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि विधायकों और राज्यपाल की चि_ी देखने के बाद ही वह मामले की सुनवाई करेंगे.
सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र संकट पर सुनवाई शुरू होते ही केंद्र की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता सभी दस्तावेज पेश किए. तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्यपाल को दी गई चि_ी में एनसीपी के 54 विधायकों के हस्ताक्षर थे. अजित पवार ने जो चि_ी सौंपी थी वो मराठी में है. तुषार ने बताया कि जब अजित पवार ने चि_ी सौंपी थी उस वक्त वह विधायक दल के नेता थे. तुषार मेहता ने बताया कि बहुमत मिलने के बाद ही महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटाया गया. सुनवाई के दौरान जस्टिस रमन्ना ने कहा कि महाराष्ट्र पर आखिरी फैसला तो फ्लोर टेस्ट में ही होगा.
सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना का पक्ष रखते हुए कपिल सिब्बल ने हॉर्स ट्रेडिंग पर जवाब देते हुए कहा कि अस्तबल से सिर्फ घुड़सवार ही भागा है, घोड़े वहीं के वहीं हैं. सिब्बल ने कहा- हमारे पास 154 विधायकों के समर्थन का हवाला है. वहीं, एनसीपी और कांग्रेस की तरफ से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है. हमारी मांग है कि 24 घंटे के अंदर फ्लोर टेस्ट कराया जाए