बुढ़ापे में था जिसका सहारा रकम लेकर वही हुआ फरार कर दिया बेसहारा



मोहम्मदी-खीरी। दरदर भटक रहा बुजुर्ग दंपति नहीं मिल पा रहा न्याय। जबकि शासन से यह आदेश की अगर कोई पीड़ित प्रथम सूचना लेकर कोतवाली आता है तो उसका मुकदमा तुरन्त लिखा जाए लेकिन यह नियम कोतवाली पसगवां में नहीं लागू होता है। मामला कोतवाली पसगवां की चैकी ताजपुर ग्राम शिवपुरी बचगावां का है। जहाँ के बुजर्ग दंपति रघुबर ने अपने नाती को बचपन से अपने घर मे रखा था जिसका विवाह बरखेरिया जाट की उमा देवी पुत्री बाबू कश्यप से की थी। अपने नतीवहु और नाती को अलग मकान व एक एकड़ भूमि भी दी खेती करने के लिया। बीती दिनांक 21/1/2019 को उमा देवी ने घर मे रखा दो लाख चालीस हजार रुपये व लगभग नौ जेवर सोने व चांदी के जेवर लेकर अपने भाई के साथ मायके चली गई। अब बुजुर्ग ने चैकी जंगबहादुर गंज में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई आज लगभग बीस दिन तक कोतवाली पसगवां के चक्कर काटते काटते थक हार कर क्षेत्राधिकारी के यहाँ अपनी फरियाद लेकर गया। अब सोचने वाली बात यह है कि जब किसी गरीब आदमी का आखिर मुकदमा क्यों नहीं पंजीकृत किया जा रहा।