धान बिचौलियों पर कार्रवाई जारी


कोरबा 28 नवम्बर (आरएनएस)।  अन्य जिले से अतिरिक्त धान को खरीद कर बिचौलियों की ओर से ऐसे किसान के नाम से बिक्री करने की साजिश की जा रही है जो अपनी धान की बिक्री नही करते। इसी आशंका के आधार मंडी सदस्य के साथ मिलकर प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकतम किसानों को पास इतनी जमीन नहीं कि उन्हें साल भर खाने के लिए चावल मिल सके। लिहाजा वे पंजीयन तो कराते हैं किंतु धान बेचने मंडी नहीं आते। इन्हीं के नाम का फायदा उठाकर बिचौलियों की ओर से धान को उपार्जन केंद्रों में खपाया जा रहा है। धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू हो रही है। इस बीच चुनाव कार्य में अधिकारियों के व्यवस्त होने का फायदा उठाने की जुगत बिचौलिये काफ ी मात्रा में धान की हेराफेरी करने की तैयारी मे लग गए हैं। जिन उपार्जन केंद्र अंतर्गत कार्रवाई हुई है उनमें करतला और कोरबा ब्लॉक के किराना व्यवसायी अधिक हैं। जांजगीर जिला में कृषि रकबा अधिक होने के कारण निकटवर्ती बिचौलियों की सक्रियता बढ गई है।
धान उपार्जन केंद्र का निर्धारिण ग्रामीण क्षेत्र के दूरी क्रम कें अनुरूप नहीं किए जाने से किसानों को लंबी दूरी तय कर धान बेचने आना पड रहा है। नकटीखार से भैसमा उपार्जन केंद्र की दूरी 10 किलोमीटर है। इसके विपरीत नकटीखार को सोनपुरी उपार्जन केंद्र में शामिल किया किया गया है। जहां से उसकी दूरी 30 किलोमीटर है। दूरी अधिक होने से परिवहन चार्ज अधिक लगता है। बोनस की राशि परिवहन में ही खप जाती है। यही वजह है किसान अपना धान बिचौलियों के पास बेच रहे हैं। बिचौलियों के पास खुद का परिवहन साधन है। जिन किसानों से धान खरीद रहे हैं, उन्हीं के नाम से बिक्री अतिरिक्त लाभ कमा रहे हैं।