रामलला के अधिवक्ता के. पारासरन् का स्वागत करते विहिप कार्यकर्ता

 रामलला के अधिवक्ता के. पारासरन् का स्वागत करते विहिप कार्यकर्ता
सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रतिलिपि लेकर अयोध्या पहुंचे रामलला के अधिवक्ता के. पारासरन्
ऽ सपरिवार अयोध्याय में किया दर्शन-पूजन
अयोध्या।(आरएनएस) रामजन्मभूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रतिलिपि लेकर अयोध्या पहुंचे रामलला के अधिवक्ता के. पारासरन् ने सपरिवार दर्शन-पूजन किया। राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसले को लेकर अयोध्या पहुंचे अधिवक्ता के. परासरण रामलला के दरबार में फैसले की प्रति को अर्पित किया। इस दौरान परासरण का परिवार सहित विश्व हिन्दू परिषद के प्रबंध समिति के सदस्य दिनेश चंद्र भी मौजूद रहे।
500 वर्षों के विवाद और एक सो 30 वर्षों से कोर्ट का चक्कर लगा रहे सुरक्षा की जंजीरों में कैद रामलला के रिहाई के आदेश लेकर सुप्रीम कोर्ट के साथ अधिवक्ताओं की टीम अयोध्या पहुंची जहां सभी अधिवक्ताओं ने रामलला के शरण में अपना माथा टेका। तो वहीं अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन व विवाद से जुड़े सभी अधिवक्ताओं का विश्व हिंदू परिषद मुख्यालय कारसेवक पुरम में स्वागत किया जाएगा लेकिन इसके पूर्व इस मामले से जुड़े अधिवक्तागण रामलला के दरबार में पहुंचे जहां रामलला को सभी ने अपनी अनुभूति और प्रसन्नता जाहिर की। दरअसल राम मंदिर विवाद पर भले ही बरसों से अधिवक्ता लड़ाई लड़ते रहे हैं लेकिन अपने याचिकाकर्ता रामलला से मुलाकात नहीं कर सके थे और आज फैसला आने के बाद यह सभी अपने याचिकाकर्ता से मिलने अयोध्या पहुंचे हैं।
इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के प्रबंध समिति के सदस्य दिनेश चंद्र ने बताया कि रामलला ने अपने भक्तों की भावनाओं को इच्छाओं को मन की जो तमन्ना है उसको पूरा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट को माध्यम बनाया और जितने भी उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता के परासरण के साथ पूरे साठ अधिवक्ताओं की टीम ने राम दिन मेहनत करके बिना फीस लिए वर्षों से लड़ाई लड़ी और इस कोर्ट के निर्णय में माध्यम बने ऐसे अभी लोगो का अभिनंदन होना चाहिये। आज सभी अधिवक्ताओं ने बिना अन्न जल किये रामलला का अभिनन्दन किया है। और वही बताया कि सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को लेकर आज के परासरण सहित 60 अधिवक्ताओं की टीम कोर्ट के आदेश की प्रति अयोध्या के मंडलायुक्त व रामजन्मभूमि के तत्कालीन रिसीवर को भेंट किया है।