बढ़ी गलन,सर्द हवाओं ने किया बेहाल

 श्रावस्ती ।सर्दी का आगाज हो चुका है। कई राज्‍यों में लोग ठिठुर रहे हैं, ऐसे में बारिश होने से कंपकंपी बढ़ सकती है। मौसम के जानकारों का अनुमान है कि , 24 दिसंबर को उत्‍तर भारत और 26 दिसंबर को मध्‍य भारत के कई शहरों में मध्‍यम से तेज बारिश होने की संभावना है। यह बेमौसम बारिश लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है। हालांकि कुछ फसलों के लिए यह लाभकारी है लेकिन अधिकांश के लिए मुश्किल भरी होगी। वही पर सर्द हवाओं के चलते जिला के मार्गो पर सन्नाटा पसरा है।हिमालय की सीमा से लगे श्रावस्ती जिले में पड़ रही ठंड पूरे शबाब पर है । मगलवार को सर्द हवाओं चलते जिला के मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा रहा । वहीं लोग अलाव के किनारे ठंड से राहत लेते देखे गये । सर्द हवाओं ने  मुंशी प्रेमचंद की कहानी  पूस की रात  याद दिला दी  जो गरीबों पर भारी पड़ रही |  तराई में मौसम का पारा दिन प्रतिदिन बढता ही जा रहा है । मौसम विभाग के अनुसार अभी पारा और लुढ़कने तथा मौसम आगामी कुछ दिनो तक ऐसा ही बना रहने का संकेत दे रहे हैं । जिले के गरीबों पर पूस की रात भारी पड़ रही है । भारत नेपाल सीमा पर बसे श्रावस्ती जिला हिमालय के शिवालिक पर्वत की तलहटी से सटे होने के कारण जिले में भीषण ठंड पड़ रही है । मगलवार को मौसम का पारा न्यूनतम 6 . 3 डिग्री सेल्सियस आ गया । वहीं हवा की रफ्तार 7 . 4 किलोमीटर प्रति घंटा दक्षिण पश्चिमी हो गई है , जबकि आद्रता 92 प्रतिशत पहुंच चुकी है । इसके चलते कोहरा पानी बन कर बरस रहा है । सुबह शाम बरसात में घना कोहरा छाया रहता है । इतना ही नही हवा की गति बढ़ने से ठिठुरन में बढ़ोतरी की संभावना है, जबकि रात में पारा और नीचे जाने की उम्मीद की जा रही है। ठंड से बचने के लिए गरीबों के पास आग के किनारे बैठे रहने के सिवा कोई दूसरा सहारा शेष नहीं है। वहीं इन  सबके बावजूद जिला प्रशासन की ओर से गरीब, निर्बल व बेसहारा लोगों को ठंड से बचाव के लिए हालांकि कुछ कबंल बांटे गये हैं लेकिन काफी पात्र लोग अभी भी कम्बल से वंचित हैं।