बैंको को फुल प्रूफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए होगा टीम का गठन ऽ पुनरीक्षण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने दिया निर्देश

बैंको को फुल प्रूफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए होगा टीम का गठनऽ पुनरीक्षण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने दिया निर्देश
अयोध्या।(आरएनएस) बैंको को फुल प्रूफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक टीम गठित कर हर ब्रान्च का कराया जायेगा निरीक्षण, टीम 10 दिन में देगी रिर्पोट। आवश्यकतानुसार हाई रिक्स एरिया में बढ़ाई जायेगी सिक्योरिटी। उक्त जानकारी जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक में देते हुए जिलाधिकारी  अनुज कुमार झा ने बैकों के अग्रणी जिला प्रबन्धक डीके टण्डन को दिया निर्देश। उन्होनंे कहा कि समिति/टीम में जिला प्रशासन पुलिस एवं बैंक के अधिकारी होगें शामिल जो यह देखेगें कि बैंकों में सीसीटीवी लगा है या नहीं यदि लगा है तो क्या वह संचालित हो रहा है और फुटेज को ब्रान्च मैनेजर द्वारा देखा जा रहा या नही, ब्रान्च की तरफ से प्राइवेट आम्र्स गार्ड रखे गये है या नही, पुलिस के गार्ड लगे है या नहीं, निकट के चैकी व थाने द्वारा बैंको का निरीक्षण होता है? उन्होनंे यह भी निर्देश जारी किये कि जिस ब्रान्चों में पुलिस के गार्ड नही तैनात है वहां 100 नम्बर की गाड़ी के रूटीन रूट मंें उस ब्रान्च का निरीक्षण शामिल कराया जा सके।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बैठक में बैकर्स से पूछां कि किस-किस बैंक के कैरेंसी चेस्ट है और वहां पुलिस फोर्स की नियमित तैनाती रहती है। हर बैंक से फीड बैक प्राप्त किया। एसबीआई के अधिकारी ने बताया कि पुलिस के अधिकारी निरीक्षण में आते है, निरीक्षण कर चले जाते है। उन्होनें एलडीएम को यह भी निर्देश दिये कि हर बैंकर्स की बैठक हाईरिक्स एरिया चिन्हित करायें ताकि वहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए और कोई लूट की वारदात न होने पाये सभी ब्रान्च अपने यहां प्राइवेट गार्ड, प्राइवेट आम्र्स गार्ड तैनात कराये साथ-साथ सभी प्राइवेट गार्ड व कैश वैन के ड्राइवर व अन्य कर्मिकों का पुलिस बेरीफिकेशन अवश्य करायें।
जिलाधिकारी ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 44 लाभार्थियों को 1 करोड़ 57 लाख रूपये का ऋण वितरित किया गया है, 74 आवेदन पत्र लम्बित है इसे शीघ्र निस्तारित करायें। उन्होनें कहा कि एक जनपद एक उत्पाद योजना के अन्तर्गत 07 आवेदन पत्र स्वीकृत हुए जबकि जनपद का लक्ष्य 20 है। उपायुक्त उद्योग ने बताया कि ओडीओपी व मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत 50 आवेदन पत्र और चयनित कर बैंको को भेजा गया है। समीक्षा के दौराना पाया गया कि कुम्हारी कला में लगे युवाओं के ऋण के आवेदन पत्रो को बड़ी संख्या में बैंको द्वारा रिजेक्ट कर दिए गये है जबकि यह ऋण आवेदन पत्र 50 हजार से 1 लाख रूपये तक के होतें है। 50 हजार तक लोन को रिजेक्ट करने का कोई ग्राउण्ड नहीं होना चाहिए। जिलाधिकारी ने सभी बैंकर्स को यह निर्देश दिए है कि कुम्हारी कला में जो भी आवेदन पत्र प्राप्त हो उस पर सहानुभूतिूपूर्वक विचार कर ऋण स्वीकृत करायें तथा ऋण की धनराशि डिस्बर्स भी करें।
बैठक में बताया गया कि स्टैण्ड-अप योजना के अन्तर्गत बैंको द्वारा 146 लाभार्थियों को 24 करोड़ 99 लाख रूपये का ऋण वितरित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार योजना के अन्तर्गत भी ऋण आवेदन पत्र विचाराधीन है। पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्वतः रोजगार योजना के अन्तर्गत 2 हजार के सापेक्ष विभाग द्वारा भेजे गये 664 प्रार्थना पत्र में से बैंको द्वारा 91 लाभार्थियों को 65 लाख रूपये का ऋण स्वीकृत किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने सभी बैंकर्स से कहा कि जो भी लोन स्वीकृत कर दिए गए है उनका वितरण ब्लाक स्तर पर कैम्प लगाकर मा0 विधायकगण की उपस्थिति में वितरित करायें ताकि लोगो को उक्त योजना के बारे में विस्तार से जानकारी हो सके।
जिलाधिकारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के उत्थान में बैंकर्स महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं उन्होनें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अन्तर्गत ब्लाकों द्वारा गठित महिला समूहों के बचत खाता खोलकर उन्हंे सीसीएल की सुविधा प्रदान करें। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अन्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष में 10 हजार 750 नये किसान क्रेडिट कार्ड जारी किये गये हैं तथा 19 हजार 235 पुराने खातों को रोलओवर कर ऋण वितरित किया जा चुका है। इस प्रकार चालू वित्तीय वर्ष में 54595 के लक्ष्य के सापेक्ष 29985 किसानों को कृषि ऋण का वितरण किया जा चुका है। बैठक में सभी बैंको के अधिकारी सहित सम्बन्धित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।