दो टूटे दिलों को शादी के डोर में बांधने की पुलिस ने अहम भूमिका निभाई


मोतीगंज, गोंडा।(आरएनएस) पुलिस ने फिर दो टूटे हुए दिलों के रिस्ते को समझा बुझाकर परिणय सूत्र में बांधा और थाना परिसर में बने मंदिर में दोनों की शादी करायी।
प्रभारी निरीक्षक अटल बिहारी ठाकुर ने बताया कि थाना क्षेत्र के खजुरी गांव निवासी  सालिक राम बर्मा की 20 बर्षीय पुत्री सरोजा देवी की शादी बलरामपुर जनपत के थाना रेहरा बाजार क्षेत्र के ग्राम ज्वारा गांव निवासी ओमप्रकाश बर्मा के पुत्र दिलिप कुमार बर्मा के साथ कुछ महीनों पूर्व शादी तय हुई थी। लेकिन किसी कारण वश दोनों पक्षों के बीच तनाव हो गया और शादी का रिस्ता टूट गया। लेकिन दिलीप कुमार बर्मा और लड़की सरोजा देवी के बीच मोबाइल से बात चीत होती रही और दोनों मोबाइल से बाते करते करते एक दूसरे के दीवाने हो गये और इश्क का जूनून ऐसा चढ़ा की दोनों एक दूसरे से मिलने के लिए आतूर हो गए। प्यार के जुनून में सरोजा देवी ऐसी पगल हुई की वह घर वालों के बिना बताए अपने मर्जी से दिलिप कुमार बर्मा के घर ज्वारा गांव पहुंच गई। जिसके संबंध मे मोतीगंज थाने पर सरोजा देवी के भाई शिव पूजन बर्मा के पुत्र सालिक राम द्वारा एक शिकायत दर्ज कराई गई की जिसकी जांच थाने के उप निरीक्षक प्रदीपकुमार गंगवार को सौंपी गई। सरोजा देवी के बरामदगी के लिए उप निरीक्षक प्रदीपकुमार गंगवार कई  जगहों व उन लोगों के रिस्तो मे जाकर छापेमारी की।
प्रभारी निरीक्षक अटल बिहारी ठाकुर ने बताया कि उक्त प्रकरण की जांच कर रहे उप निरीक्षक प्रदीप कुमार गंगवार को सूचना मिली कि सरोजा देवी रेहरा थाना क्षेत्र के ज्वारा गांव निवासी ओम प्रकाश बर्मा के घर पर मौजूद है। सूचना मिलने पर उप निरीक्षक अपने हमराह सिपाहियों के साथ ज्वारा गांव पहुंच कर ओम प्रकाश बर्मा के घर सरोजा देवी को बरामद किया। पंूछताछ करने पर सरोजा ने बताया कि हमारी और दिलीप कुमार बर्मा की शादी तय थी लेकिन दोनों के घर वाले शादी नहीं करना चाहते हैं। उप निरीक्षक प्रदीप कुमार गंगवार सरोजा देवी व दिलीप कुमार बर्मा को मोतीगंज थाने पर ले आए और सरोजा देवी के भाई शिव पूजन बर्मा को सूचित किया कि तुम्हारी बहन सरोजा देवी थाने पर है और थाने पर चले आइए। पुलिस की सूचना पर दिलीप कुमार बर्मा के पिता ओम  प्रकाश बर्मा और सरोजा देवी के भाई शिव पूजन बर्मा भी कुछ अपने खास रिश्तेदारों को साथ लेकर थाने पर आए।
उप निरीक्षक प्रदीप कुमार गंगवार ने थाना प्रभारी निरीक्षक अटल बिहारी ठाकुर के समक्ष दोनों पक्षों को पेश किया। जिसकी पंचायत पूरे दिन थाना परिसर में चली लेकिन दोनों पक्ष शादी के लिए राजी नहीं हुए। दोनों पक्षों के रिस्ते को बिगड़ते देख थाना प्रभारी निरीक्षक ने मामले को अपने हाथों में लिया और काफी अथक प्रयास के बाद दोनों पक्षों को शादी के लिए राजी करवा पाए। दोेनों पक्षों के शादी के डोर में बंधने के बाद सभी खुशी से झूम उठे और देखते ही देखते थाना परिसर में बने दुर्गा मंदिर फिर एक सप्ताह के भीतर ही दूसरी बार शादी के मंडप के रूप में तैयार हो गया।और दोनों सरोजा देवी वह दिलिप कुमार बर्मा मां दुर्गा को साक्षी मानकर शादी के परियण सूत्र में बध गये।
विदित हो कि मोतीगंज थाने की कमान संभाले  निरीक्षक अटल बिहारी ठाकुर को अभी कुछ ही दिन पूर्व 15 दिसंबर को अथक प्रयास करके दो टूटे हुए रिस्ते को जोड़कर परियण सूत्र में बाधने मे अहम भूमिका निभाई थी और थाने परिसर में बने मां दुर्गा मंदिर में शादी करवाई थी। प्रभारी निरीक्षक ने इस सराहनीय कार्य की क्षेत्र में चर्चा जोरों पर है।