घरेलू बचत से जमा धन से किसी गरीब की मदद करना ही उददेश्य


सीतापुर। मारवाड़ी समाज की महिलाओं द्वारा 'राजस्थानी किटी' नामक संस्था का 25वीं रजत जयन्ती मनाई गई। अग्रसेन भवन में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ महिलाओं द्वारा केक काटकर किया गया। तत्पश्चात 'राजस्थानी किटी' में महिलाओं द्वारा एकत्र किए गए धन का प्रयोग लोहारबाग में विकलांगजनो के सोशल क्लब जाकर मदद की गई। साथ ही पचास कंबल व कपड़ों का वितरण गरीबजनों को किया गया।
 रजत समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रभा खेतान ने बताया कि पुष्पा अग्रवाल द्वारा बनाई गई 'राजस्थानी किटी' का उद्देश्य आज सफल होता नजर आ रहा है। उनका सपना रहा कि हम सभी मारवाड़ी महिलाओं द्वारा अपनी घरेलू बचत से एकत्र किये गये धन का सद्पयोग हो सके और उस धन को गरीब, असहाय व जरूरतमंद की मदद की जाए। जो कि हम सभी महिलाएं 'राजस्थानी किटी' के माध्यम से पूरा कर रहे है। उन्होंने कहा कि हम सभी महिलाओं के सहयोग से आज 'राजस्थानी किटी' ने अपने 25 वर्ष पूर्ण कर लिए है। जो हम सभी के लिए बेहद गर्व की बात है। इसी के साथ कार्यक्रम में उपस्थित सरोज सर्राफ, प्रभा खेतान, सरोज अग्रवाल, विन्नू अग्रवाल, विमल अग्रवाल, मंजू, अनीता, संतोष, सुनीला अग्रवाल, सुशीला खेतान, किरन बंसल, किरन खेतान, सरिता, साक्षी, आशा व प्रेमा सर्राफ ने अपना-अपना अनुभव व्यक्त करते हुए हर्ष व्यक्त किया।
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समाजसेवा के लिए महिलाओं ने बनाई राजस्थानी किटी
सीतापुर। शहर के मारवाड़ी परिवारों की महिलाओं ने सन् 1994 में राजस्थानी किटी के नाम से एक समूह बनाया गया। जिसका उद्देश्य पुरूषो की भॉति मारवाड़ी महिलाओ ने भी समाज सेवा करने के लिए पहल की और शहर में विभिन्न प्रकार से समाज सेवा प्रारम्भ की। शुरू में 200 रूपये प्रत्येक महिला किटी में जमा करती रही, जो बढ़कर अब पॉच हजार रूपये प्रतिमाह हो गया है। जिसके द्वारा गरीब बच्चों को निशुल्क पढाना, गरीब कन्याओं के विवाह में सहयोग, विकलांग जनों की सहयता व अन्य तरह के सामाजिक कार्य किया जा रहा है। 'राजस्थानी किटी' की शुरूआत पुष्पा अग्रवाल पत्नी ज्ञान चंद्र ने 17 महिलाओं को एकत्र कर की थी।