कौमी एकता सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया


इटावा। सांप्रदायिक सौहार्द न सिर्फ मजहब भी एकता को मजबूत करती है बल्कि लोगों के आपसी मेलजोल और दिलों को भी करीब लाती है। कुछ इसी संदेश के साथ महोत्सव पंडाल में कौमी एकता सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। एकजुटता का संकल्प लेकर विभिन्न धर्मों के वक्ताओं ने अंत में इकबाल के तराने मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना को मूल मंत्र बताया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ जेपी यादव, विशिष्ट अतिथि सदर विधायक सरिता भदौरिया, पालिका अध्यक्ष नौशावा खानम पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। गुरु का ताल आगरा से आए महंत महेंद्र सिंह के साथियों ने सबद गाकर कार्यक्रम का आगाज किया। सदर विधायक ने कहा कि यह सम्मेलन राष्ट्रीय एकता की मिसाल कायम करता है। वही मुख्य अतिथि डॉ जे पी यादव ने कहा कि इस कार्यक्रम में जिस तरह विविधताओं की एकता देखने को मिलती है उससे साफ है कि यह आयोजन महोत्सव के सबसे खूबसूरत फूलों जैसा आयोजन है। इस्लामिया इंटर कालेज के प्रवक्ता डॉ कुश चतुर्वेदी ने हिंदू सनातन धर्म में मजहबी एकता के संबंध में जानकारी दी। गुरु का ताल आगरा से आए महंत महेंद्र सिंह ने सिख धर्मगुरु नानक देव जी द्वारा दिए गए एकता के संदेश को प्रसारित किया। जनाब अनवारुल हसन जैदी, खादिम अब्बास ने कौमी एकता पर जोर देते हुए लोगों को आपसी मेलजोल बनाए रखने का संदेश दिया। इस मौके पर डॉ सुनील जैन, काजी सरफराज, मोहम्मद अल्ताफ, डॉ धर्मेंद्र कुमार बौद्ध ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। विभिन्न विद्यालयों से आए बच्चों ने कौमी एकता पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम संयोजक गुरमुख सिंह अरोड़ा, सह संयोजक रामसेवक सिंह चौहान, राजीव वाजपेयी, नईमुद्दीन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व प्रवक्ता कमर सिद्दीकी ने किया।