कविता पाठ में वैभव, समीक्षा, आयशा व प्रतीक्षा बने विजेता


इटावा। महोत्सव पण्डाल में महाकवि देव के छन्दों की अनुगूंज पूरे दिन चलती रही और भावी कवियों ने अपनी रचनाधर्मिता का निर्वाह करते हुये निर्धारित समस्या पूर्ति व विषय पर काव्य पाठ किया। चार वर्गों में हुई महाकवि देव-श्री नारायण चतुर्वेदी कविता प्रतियोगिता के शिशु वर्ग में रेडवुड के वैभव चौधरी प्रथम रहे जबकि सेविन हिल्स की तनुष्का भदौरिया ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। अर्चना मेमोरियल के तेजस तृतीय स्थान पर रहे जबकि पुलिस मार्डन स्कूल की पायल सविता को सांत्वना  पुरस्कार दिया गया। कनिष्ठ वर्ग में समीक्षा चौधरी प्रथम, सेन्ट मेरी की ओजस्वी गुप्ता द्वितीय व सुदित ग्लोबल एकेडमी की नीतू वसु तृतीय रहीं। सन्त विवेकानन्द के आशीष दुबे को सान्त्वना  पुरस्कार दिया गया। मध्यम वर्ग में सेविन हिल्स की आयशा चौधरी प्रथम, अर्चना मेमोरियल की शिखा द्वितीय व सेविन हिल्स की उमम तृतीय रहीं। रूपाली यादव को सान्त्वना पुरस्कार दिया। वरिष्ठ वर्ग में केके कालेज की प्रतीक्षा चौधरी  प्रथम, एनएमजीआई के दीपक तिवारी द्वितीय, रामवती राजबहादुर महाविद्यालय पृथ्वीपुर की प्रतीक्षा तिवारी तृतीय रहीं। इस वर्ग में केके कालेज के अभिषेक शर्मा को सान्त्वना पुरस्कार दिया गया। 
प्रतियोगिता का शुभारम्भ मुख्य अतिथि रमेश बाबू वर्मा रामायणी तथा अध्यक्ष धर्मसिंह चौधरी, विशिष्ट अतिथि डा. आनन्द मोहन ने दीप प्रज्वलित कर किया। प्रखर गौड़ ने सरस्वती वन्दना की और डॉ. कुश चतुर्वेदी ने महाकवि देव श्रीनारायण चतुर्वेदी कविता प्रतियोगिता के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि वास्तव में यह  प्रतियोगिता काव्य जीवन की एक ऐसी प्रयोगशाला है जिससे निकलकर कितने ही कवि राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय क्षितिज पर चमक रहे हैं। संयोजक प्रदीप मिश्र ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन सह संयोजक देवेश शास्त्री व कवि रोहित चौधरी ने किया। छन्दकार गिरीश पाण्डेय, डा. भूदेव मिश्र व नीलिमा चौधरी ने निर्णायक की भूमिका निभायी। आयोजन में अवधेश दीक्षित भ्रमर, मयंक विधौलिया, डा. राजीव  राज, डा. मनीष यादव, अवनीश त्रिपाठी, दीप चन्द्र त्रिपाठी निर्बल, सुरेश बाबू मिश्रा, हरीशंकर त्रिपाठी मौजूद रहे।