पराली, गन्ने की पत्ती जलाने से नष्ट हो जाता है किसानो का मित्र केंचुआ


सीतापुर। भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर सोमवार को खैराबाद स्थित उपनिदेशक कृषि कार्यालय (कृषि भवन) में किसान सम्मान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, मत्स्य विभाग, पशुपालन विभाग, इफको, नेडा, स्वास्थ्य विभाग आदि विभागों द्वारा स्टाल लगाकर किसानों को विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गयी। इसके अतिरिक्त मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना एवं उर्वरकों के सही प्रयोग की जानकारी किसानों को दी गयी।


 इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसमें कृषि वैज्ञानिकों एवं प्रगतिशील कृषकों ने किसानों को अत्याधुनिक तरीकों से खेती करने की जानकारी दी एवं उत्पादन बढ़ाने की तकनीकों की जानकारी दी। उन्होंने किसानो को बताया कि कृषि अवशेष जैसे पराली,गन्ने की पट्टी आदि जलाने से मिट्टी की उत्पादकता प्रभावित होती है। इसे मिट्टी में मिला देने से यह कुछ समय पश्चात् स्वतः नष्ट होकर भूमि के लिए अत्यंत लाभकारी हो जाता है। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी,जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कृषकों द्वारा स्व.चौधरी चरण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम के दौरान जनपद में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उत्पादन करने वाले 36 किसानों तथा जीरो बजट खेती में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 5 किसानों को सम्मानित किया गया।


       इस अवसर पर अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी ने कहा जैसे वर्ष 2004-05 में तालाबों की अंधाधुंध पटाई से उत्पन्न हो रहे भूमिगत जल संकट के फलस्वरूप सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस पर कड़े निर्देश दिए गये जिसके परिणामस्वरूप लोगों में जागरूकता आयी और समस्या का निदान हो सका उसी प्रकार वातावरण को वायु प्रदूषण से बचाये जाने हेतु पराली,गन्ने की पत्ती एवं अन्य कृषि अवशेष खेत में न जलाने के सुप्रीम कोर्ट के नियमों के दूरगामी सुखद परिणाम होंगे। अतः हम सभी को इन्हे मानना चाहिए। उन्होंने बताया कि कृषि अवशेष खेत में जलाने से विभिन्न जैविक, अजैविक तत्वों के साथ साथ किसानों का मित्र केंचुआ नष्ट जाता है। इन अवशेषों को मशीनों की मदद से खेत में ही मिला देने से इसके पोषक तत्व भूमि उर्वरा शक्ति को बढ़ाते हैं।


       कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक बिसवां महेंद्र सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों के हितार्थ सदैव चिंतित रहते हैं। किसानों की आय 2022 तक दोगुनी किये जाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं और उनकी उत्पादन लागत को कम करके,उत्पादन को बढाकर एवं समर्थन मूल्य की घोषणा के द्वारा  लगातार उन्हें लाभ पहुँचाने के प्रयास हो रहे हैं। विधायक मिश्रिख रामकृष्ण भार्गव ने किसानो की प्रगति के लिए किये गए प्रयासों के विषय में जानकारी दी।


       कार्यक्रम को प्रगतिशील किसानों, कृषि वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संदीप कुमार, उपनिदेशक कृषि अरविन्द मोहन मिश्रजिला कृषि अधिकारी सहित भारी संख्या में किसान व सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।