अयोध्या। वैसे तो आज कल हमने और आपने पुलिस के कई किस्से सुने होंगे जिसमें पुलिस लोगों को मदद करती सुनायी पड़ती है,पर कभी कभी ऐसा वक़्त भी आता है को पुलिस को भी मदद की जरूरत पड़ जाती है। ऐसा ही एक तस्वीर सामने आयी सुरेश नारायण पाण्डेय जो वर्तमान में अयोध्या में 112 में सब इंस्पेक्टर है उनकी भाभी श्रीमती उर्मिला देवी जो रक्त की कमी से जूझ रही थी और उन्हें तत्काल रक्त की अवश्यक्ता थी। श्रीराम हॉस्पिटल अयोध्या में भर्ती श्रीमती उर्मिला देवी की हालत रक्त की कमी के कारण लगातार खराब होती जा रही थी।परिवार में कोई ब्लड देने लायक नही था जिस वजह से 112 के कार्यरत सब इंस्पेक्टर सुरेश नारायण पाण्डेय काफी परेशान थे।ऐसे में किसी ने सब इंस्पेक्टर सुरेश नारायण पाण्डेय से संकल्पसंस्थान के अध्यक्ष डॉ आशीष पाण्डेय दीपू से संपर्क करने को कहा।
संपर्क करने बेहद हताश और निराश हो चुके सब इंसपेक्टर सुरेश नारायण पाण्डेय को आश्चर्य हुआ कि उनके एक फोन पर 10 मिनिट के अंदर संकल्पसंस्थान के अध्यक्ष डॉ आशीष पाण्डेय दीपू उनके सामने उनके परिवार की मदद के लिए खड़े थे।जिस 2 यूनिट ब्लड के लिए सब इंस्पेक्टर सुरेश नारायण पाण्डेय हताश और निराश थे उसकी व्यवस्था डॉ आशीष पाण्डेय दीपू ने तत्काल करवाकर श्रीमती उर्मिला देवी की जान बचायी।डॉ आशीष पाण्डेय दीपू अयोध्या में चलते फिरते ब्लड बैंक के रूप में जाने जाते है।देश के वीर जवानों, किसानों पुलिस सेवा से जुड़े लोगों के परिवार के सदस्यों के लिए निःशुल्क ब्लड की व्यवस्था करवाते है।ब्लड के अभाव से जूझ रहे जरुतमंदो के लिए देवदूत बन चुके डॉ आशीष पाण्डेय दीपू को जिलाधिकारी अयोध्या द्वारा और कई संस्थाओ द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। अब तक 5000 से ज्यादा नौजवानों को रक्तदान को मुहिम से जोड़ चुके डॉ आशीष पाण्डेय दीपू हर साल 200 से 300 नौजवानों को रक्तदान के लिए प्रेरित करते है।डॉ आशीष पाण्डेय दीपू को संकल्पसंस्थान द्वारा संचालित संकल्प आर्मी के युवा रक्तदाता जरूरतमंदो को जरूरत पड़ने पर तत्काल ब्लड की व्यवस्था करवाते है। दिनेश वर्मा, विजय यादव, वीरेश पाण्डेय, मो शाहीक, डॉ इरशाद, पवन यादव, मो शाहीक,अभिनव चतुर्वेदी, भूपेंद्र पाण्डेय, दुर्गेश पाण्डेय, सर्वज्ञ सिंह, राजकुमार सिंह जैसे युवा तत्काल पहुँचकर जरूरतमंदो के लिए रक्तदान करते है।
पुलिस की मदद के लिए देवदूत बने दीपू