लालापुर, प्रयागराज। पर्वत के शिखर पर स्थित मनकामेश्वर धाम में हर वर्ष इसी महीने के पुर्सी तेरस पर भक्तों का जमावड़ा लगता है और हर किसी की मनोकामना पूरी होती है।
प्रयागराज से लगभग 40 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम क्षेत्र पर विराजमान भूतेश्वर का विशाल शिवलिंग भक्ति का अद्भुत संगम है। यमुना नदी के किनारे पहाड़ की चोटी पर विराजमान भगवान शिव का दर्शन पूजन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं। कहा जाता है कि भगवान राम ने वन गमन के समय प्रयागराज के लालापुर भटपुरा तरहारक्षेत्र के गांव में भगवान राम ने अपने हाथों से ही भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग की स्थापना की थी। मंगलवार को पुर्सी तेरस होने से सुबह से ही मनकामेश्वर धाम में भक्तों की भारी भीड़ रही।
आज मंगलवार के दिन सुबह से ही कड़ाके की ठंड होने के कारण रिमझिम बारिशों के बीच काफी दूरदराज से आए हुए भक्तों ने भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की सुबह से शिव भक्तों ने हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए भगवान मनकामेश्वर धाम का दर्शन कर अपने परिवार की मंगल कामना के लिए पूजा-अर्चना भी की।
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उपेक्षा का शिकार है मनकामेश्वर धाम
नहर से लेकर धाम तक एक किलोमीटर तक सड़क पूरी तरह खराब है साथ ही गाड़ी खड़ी करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मनकामेश्वर धाम के पुजारी ने बताया कि मंदिर के अलावा अन्य कोई फंड नहीं होने से जीर्णोद्धार नहीं हो पा रहा है।
पुर्सी तेरस पर पूजे गए भगवान शिव