सैकड़ों की संख्या में मरी मिली कुसुम सरोवर में मछलियां 


 


मथुरा। गोवर्धन के कुसुम सरोवर में मंगलवार को सैकड़ों मछलियां मरने की खबर से हड़कंप मच गया। 
कुसुम सरोवर में मंगलवार को सैकड़ों मछलियां मरी मिली। मछलियों के मरने का कारण पानी में ऑक्सीजन की कमी माना जा रहा है। कुसुम सरोवर में पानी की हालत पर पिछले साल एक कंपनी ने चिंता जताई थी। कुसुम सरोवर का जल आचमन तो दूर स्नान योग्य भी नहीं माना था।
मथुरा में चार कुंड मानसी गंगा, हरजी कुंड, राधाकुंड-श्याम कुंड और कुसुम सरोवर कुंड की पहचान धार्मिक कारणों से है। यहां लाखों लोग प्रतिवर्ष आचमन और स्नान करते हैं। बाकी कुंड इनसे जुड़े हुए हैं। इन कुंडों में जल की स्थिति और उससे निपटने के लिए क्वैश प्रोडक्ट इंडिया लिमिटेड से सर्वे कराया गया। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। इसके सबसे ज्यादा खराब स्थिति श्याम कुंड की है, जो राधाकुंड और अष्टसखी कुंड से जुड़ा हुआ है। यहां जल में बीओडी (बायोलॉजिकल आक्सीजन डिमांड) की मात्रा 195 मिली मिली है, जो बेहद चिंताजनक है। इस जल को किसी भी दृष्टि से आचमन या स्नान योग्य नहीं माना जा सकता है। इसके अलावा मानसी गंगा में बीओडी 21 मिली, कुसुम सरोवर में 15 मिली और हरजी कुंड में बीओडी की मात्रा 10.5 मिली पाई गई है। सर्वे अध्ययन रिपोर्ट में जल में रसायन की मौजूदगी भी पाई गई है।