जौनपुर। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लहलहा रही सरसों की फसल पर माहू कीट का प्रकोप बढ़ना शुरू हो गया है। इसको लेकर किसान चितित हैं और उन्हें फसल की पैदावार गिरने की आशंका सताने लगी है। जिले के विभिन्न तहसीलों में सरसों की फसल बुआई का रकबा पिछले कुछ वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष काफी बढ़ा हैं। इसका मुख्य कारण गन्ना समेत अन्य फसलों में बचत कम होना है, लेकिन सरसों की फसल में एक सप्ताह से माहू कीट का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। किसानों के अनुसार सरसों की अगेती फसल तो काफी अच्छी रही है, लेकिन फसल पर 60 फीसदी फसल पर चेपा रोग लग रहा है। यह कीट फसल की पत्तियों के साथ फूलों का भी रस चूसता है। इससे फसल सूखने लगती है और पौधे पर फलियां नहीं बनती हैं। गांव दिनौल निवासी किसान मुकेश गौड़, आकाश, देवेंद्र, जुगेंद्र आदि ने बताया कि सैंकड़ों बीघा फसल बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है। इससे परेशान कुछ किसानों ने अपनी फसल उजाड़नी शुरू भी कर दी है। हालांकि काफी किसान फसलों के बचाव के लिए कीटनाशक दवाओं का प्रयोग भी कर रहे हैं। वहीं इस संबंध में सिरकोनी ब्लाक के एडीओ ने बताया कि किसान एमिडा क्लोरोपिड का हल्का स्प्रे करें। ताकि इस बीमारी से फसल को बचाया जा सके। वहीं किसानों ने बर्बाद फसल के मुआवजे की मांग की है।
फोटो 01- सिरकोनी तहसील में लहलहाती सरसो की फसल।
सरसो की फसलों पर बढ़ा माहो कीट का खतरा