शेरी नशिस्त कार्यक्रम में शायरों ने पेश कियें अपने कलाम


बाराबंकी। दयानंन्द नगर पर दबिस्तान अजीज बाराबंकी के तत्वाधान में एक शेरी नशिस्त मोहम्मद असगर उस्मानी की अध्यक्षता एवं सगीर नूरी के संचालन में संपन्न हुई। कार्यक्रम के पहले चरण में उर्दू साहित्य के कई अहम शायरों के स्वर्गवास का जिक्र करते हुए जनरल सेक्रेटरी सगीर नूरी ने कहा कि साल 2019 साहित्यिक दुनिया के लिए बड़े नुकसान के तौर पर याद किया जाएगा। इस साल बाराबंकी से पैतृक संबंध रखने वाले सुप्रसिद्ध शायर इशरत जफर, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर हक कानपुरी, लखनऊ के शायर जाहिद लखनवी बज्मे शम्स के बानी डॉक्टर मेराज साहिल हम से रुखसत हो गए। डॉक्टर रेहान अलवी ने पढ़ा जो हश्र देखा तकब्बुर भरे अमीरों का ,बहुत संभाल के रक्खी है मुफलिसी मैंने। इसके अतिरिक्त शायर शुएब, अनवर वकार बाराबंकवी, सलीम सिद्दीकी, इरशाद बाराबंकवी, आदर्श बाराबंकवी, नफीस बाराबंकवी, शायरा किरन भारद्वाज, डॉक्टर फुरकान बाराबंकी, डॉक्टर फिदा हुसैन ने भी नज्म पेश की। 
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