वाघ सुरक्षा माह के तहत वन्यजीवों के शव विच्छेदन से संबंधित दी गई जानकारी





पीलीभीत। टाइगर रिजर्व पीलीभीत के वन सभागार में बाघ सुरक्षा माह के तहत वन्यजीवों के स्वास्थ्य एवं परीक्षण विषय पर डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन हुआ।जिसमें डॉक्टर एच राजा मोहन वन संरक्षण फील्ड डायरेक्टर पीलीभीत टाइगर रिजर्व वृत्त की अध्यक्षता में किया गया।कार्यशाला में प्रभागीय वन अधिकारी नवीन खंडेलवाल, संजीव कुमार प्रभागीय निदेशक, डॉ ए एम पावडे अध्यक्ष वैज्ञानिक, आई वी आर आई बरेली डॉ एम करीकलन, वैज्ञानिक डॉ ज्ञान प्रकाश सिंह मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ लक्ष्मी प्रसाद उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, डॉ एसके राठौर पशु चिकित्साधिकारी गजरौला, डॉ राजुल सक्सेना पशु चिकित्साधिकारी ललौरी खेड़ा, डॉ वीरपाल सिंह बरखेड़ा, डॉक्टर आरके वर्मा पशु चिकित्सा अधिकारी पूरनपुर, डॉक्टर रिंकू नारायण पशु चिकित्साधिकारी बिलसंडा, डॉ विश्वास सिंह पशु चिकित्सा अधिकारी अमरिया, महेश चंद्र राय उप प्रभागीय वन अधिकारी माला,नरेश कुमार वरिष्ठ परियोजना अधिकारी डब्ल्यूडब्ल्यूएफ क्षेत्रीय कार्यालय पीलीभीत समस्त क्षेत्रीय वन अधिकारी एवं फील्ड कर्मचारी टाइगर रिजर्व इत्यादि उपस्थित रहे। कार्यशाला में डॉ ए एम पावडे एवं डॉक्टर एम करिकलन  द्वारा विस्तार से वन्यजीवों की मृत्यु की दशा में शव की पहचान वन्य जीवो के मृत्यु के उपरांत पोस्टमार्टम शव विच्छेदन वन्यजीवों के बरामद मास को पोस्टमार्टम होने तक सुरक्षित रखना तथा मांस का परीक्षण पहचान कराने से संबंधित जानकारी दी गई। तथा सैंपल एकत्रित करने की भी जानकारी दी।पश्चात समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी मुस्तफाबाद वन विश्राम भवन के पास वन क्षेत्र के अंदर हिंसक वन्यजीवों को ट्राकुलाईस करने का प्रशिक्षण दिया गया उक्त कार्यशाला को सुचारू रूप से संपन्न कराने में विश्व प्रकृति निधि भारत का विशेष योगदान रहा है।


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