बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में कम खर्च करने पर प्रमुख सचिव ने जताई नाराजगी



सहारनपुर में विकास कार्यों की समीक्षा करते प्रमुख सचिव बी. एल. मीणा।
सहारनपुर।(आरएनएस ) उत्तर प्रदेश के पशुधन, मत्स्य, दुग्ध विकास एवं समन्वय विभाग के प्रमुख सचिव बी. एल. मीणा ने कन्या सुमंगला योजना के सर्वे में ढिलाई बरते जाने पर जिला प्रोबेशन अधिकारी को कड़ी फटकार लगाई तथा आगामी बैठक में अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं लाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी। प्रमुख सचिव बी. एल. मीणा आज तहसील सदर के सभागार में शासन की प्राथमिकताओं व विकास कार्यों से सम्बंधित योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की समीक्षा की जिस पर प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि शासन से 25 लाख रूपए की धनराशि मिली है जिसके सापेक्ष अभी तक डेढ़ लाख रूपए खर्च हुए हैं। उन्होंने बजट के सापेक्ष कम धनराशि व्यय करने पर जिला प्रोबेशन अधिकारी को आड़े हाथों लेते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जागरूकता में और गति लाने के निर्देश दिए। साथ ही कन्या सुमंगला योजना के साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफतौर पर कहा कि आगामी समीक्षा बैठक में अपेक्षित गति न मिलने पर मौके पर ही कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि दोनों योजनाएं शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं। इसलिए बेहतर परिणाम न देने पर प्रतिकूल प्रविष्टि के अलावा निलम्बन की कार्यवाही भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि आईसीडीएस विभाग के काफी शिकायतें मिल रही हैं जो ठीक नहीं हैं। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को भी कन्या सुमंगला योजना के सर्वे कार्य में सक्रिय सहयोग देने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव श्री मीणा ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बी. एस. सोढी से जानकारी ली, जिस पर सीएमओ ने बताया कि यह योजना उनके संज्ञान में नहीं है। प्रमुख सचिव ने कहा कि 2018 का शासनादेश है अभी तक जानकारी नहीं है। उन्होंने इस पर रोष व्यक्त किया तथा योजना का वृहद प्रचार-प्रसार करते हुए पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत लाभार्थी को पांच लाख रूपए मिलते हैं। अगली बैठक में इस मुद्दे पर गम्भीरता से विचार किया जाएगा। समीक्षा बैठक में श्री मीणा ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामेंद्र कुमार से विद्यालयों में गुणवत्ता की जानकारी ली तथा बीआरसी में गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला विकास अधिकारी मंशाराम यादव की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए प्रपत्र 39बी में सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद की सबसे बड़ी तीन रजिस्ट्रयों व बैनामे की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आबकारी व परिवहन विभाग निर्धारित लक्ष्यों के सापेक्ष राजस्व वसूली में तेजी लाएं। राजस्व वसूली कमी पाए जाने पर सम्बंधित कर्मियों की वार्षिक चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। साथ ही वेतन भी रोका जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली से सम्बंधित विभाग पिछले वर्ष की अपेक्षा शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित कराए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समन्वय बनाकर काम करें अन्यथा सीधे जवाबदेही तय करते हुए कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में मंडलायुक्त संजय कुमार, डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल, जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय, एसएसपी दिनेश कुमार पी, मुख्य विकास अधिकारी प्रणय सिंह, एडीएमएफ विनोद कुमार, नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह, एसपी देहात विद्यासागर मिश्र, एसपी सिटी विनीत भटनागर सहित मंडल व जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।