ईमानदारी के साथ अपने गांव के समस्त बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभायेंः- खरे
गांव के आंगनबाड़ी केन्द्रों का कायाकल्प के तहत सौन्र्दीकरण करायें:- जिलाधिकारी
बच्चों के अलावा कुपोपित महिलाओं एवं धात्र्री बालिकाओं का भी नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करायेंः-निधि
02. पोषण अभियान के तहत मिशन 120 के तृतीय चरण का शुभारम्भ जिलाधिकारी पुलकित खरे ने रसखान पे्रक्षागृह में दीप प्रज्ज्वलित कर एवं मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यापर्ण करके किया। इस अवसर पर 120 गांवों को गोद दिये गये 60 जिलास्तरीय अधिकारियों, ग्राम प्रधानों, सुपर वाईजर, एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ती को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी को ईमानदारी के साथ अपने गांव के समस्त बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभायें। उन्होने कहा कि इस अभियान में 120 गांव के 535 अतिकुपोषित एवं 1293 कुपोषित बच्चों को सुपोषण बनाने पर समस्त संबंधित अधिकारी, प्रधान, सुपर वाइजर, आशा, आंगनबाड़ी एवं एएनएम विशेष ध्यान देकर तीन माह में इन बच्चों को कुपोषण मुक्त बनायें। उन्होने कहा कि पोषण अभियान में स्वास्थ्य, शिक्षा, जिला पंचायत विभाग के अलावा संबंधित ग्राम प्रधान अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करते हुए समन्वय बनाकर अभियान को सफल बनायेगें।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी, प्रधान एवं अन्य संबंधित कर्मचारी सबसे पहले अपने गांव के कुपोषित महिलाओं, बालिकाओं एवं बच्चों को चिहिन्त कर लें और उनके अभिभावकों से विशेष रूप से सम्पर्क बनायें और उन्हें बतायें कि उनका बच्चा एवं महिलायें कुपोषित है और उन्हें कुपोषण से मुक्त करने हेतु प्रत्येक पोषण दिवस पर आंगनबाड़ी केन्द्र पर लाकर उनका वजन करायें और नियमित पोषाहार देने के साथ दूध, दाल, हरी सब्जी, अण्डा आदि का सेवन करायें ताकि वह जल्द से जल्द कुपोषण मुक्त हो सकें। उन्होने ग्राम प्रधानों से कहा कि गांव की महिलायें एवं बच्चें स्वस्थ्य नहीं होगें तो गांव का विकास संभव नहीं होगा, इसलिए अपने गांव के आंगनबाड़ी केन्द्रों का कायाकल्प के तहत सौन्र्दीकरण करने के साथ बाल पेटिंग कराये तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों के वजन, लम्बाई नापने आदि की व्यवस्थायें सुदृढ़ रखें और बच्चों का नियमित वजन करें, और अगर किसी बच्चें को स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता है तो उन्हें पोषण केन्द्र पर भर्ती करायें। उन्होने कहा गोद लिए गांव के नामित अधिकारी गांव में भ्रमण के दौरान कुपाषित बच्चों की निगरानी करने के साथ गांव के विकास एवं निमाण कार्य तथा सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की समीक्षा करेगें और प्रगति आख्या प्रस्तुत करेगें।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया कि पिछले दो पोषण मिशन अभियान के अन्तर्गत जनपद के 240 गांव के 3419 बच्चों को कुपोषण मुक्त किया गया है और इसी तरह इस तीसरे चरण में भी समस्त संबंधित अधिकारियों द्वारा लिये गये संकल्प के अनुसार इन 120 गांव के बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाना है। मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने भी सभी संबंधित अधिकारियों, ग्राम प्रधानों आदि से कहा कि कुपोषण अभियान के अन्तर्गत गांव के बच्चों के अलावा कुपोपित महिलाओं एवं धात्र्री बालिकाओं का भी नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करायें तथा समय पर उन्हें आयरन की गोली आदि उपलब्ध करायेें। कार्यक्रम मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एसके रावत, पीडी राजेन्द्र श्रीवास, डीडी कृषि डा0 आशुतोष कुमार मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी बुद्वि मिश्रा, डीसी एनआरएलएम, मनरेगा सहित पोषण मिशन के तहत गोद लिये गांव के अधिकारी, ग्राम प्रधान, एएनएम, सुपर वाइजर, आशा एवं आंगनबाड़ी आदि मौजूद रही।
ईमानदारी के साथ अपने गांव के समस्त बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभायेंः- खरे