जी मिचलाने पर हम काफी असहज महसूस करते हैं और इससे आपका मूड खराब हो सकता है। जी मिचलाने पर आपको आराम की काफी जरूरत महसूस होती है। यदि आप कहीं बाहर हैं और जी मिचलाना या उल्टी जैसा लगने लगे तो और भी ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं जी मिचलाने के दौरान आप किन सामान्य घरेलू उपचार से राहत पा सकते हैं।
1- अदरकअदरक में एंटीमेटिक गुण होते हैं। एंटीमेटिक एक ऐसा पदार्थ है जो उल्टी और चक्कर आने से बचाता है। जी मिचलाने पर अदरक की गोलियां या फिर अदरक की चाय का सेवन करें। इससे आपको उल्टी नहीं होगी। अगर हो सके तो अदरक अपने साथ ही रखें। अगर घबराहट हो तो इसे थोड़ा-थोड़ा खाते रहें।
नींबू
नींबू एक असरदार औषधि है, इसमें मौजूद सिट्रिक एसिड उल्टी और जी मिचलाने की समस्या को रोकते हैं। एक छोटे कप में गर्म पानी लें और उसमें 1 नींबू का रस व थोड़ा सा नमक मिलाएं। इसे अच्छे से मिलाकर पिएं। या आप नींबू के रस को गर्म पानी में मिलाकर या शहद डालकर भी पी सकते हैं। यात्रा के दौरान होने वाली परेशानियों को दूर करने का यह एक कारगर इलाज है।
इलाइची
इलायची जी मिचलाने से राहत देने में काफी असरकारक होती है। जी मिचलाने या उल्टी के दौरान जैसे ही आपको बेचैनी महसूस हो तो आप एक या दो इलायची अपने मुंह में लेकर धीरे-धीरे चबाएं। आपको इससे राहत मिलेगी।
पुदीना
पुदीना पेट की मांसपेशियों को आराम देता है। पुदीने का तेल भी उल्टियों को रोकने में बेहद मददगार है। इसके लिए रुमाल पर पुदीने के तेल की कुछ बूंदे छिड़कें और उसे सूंघते रहें। सूखे पुदीने के पत्तों को गर्म पानी में मिलाकर खुद के लिए पुदीने की चाय बनाएं। इस मिश्रण को अच्छे से मिलाएं और इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं। कहीं निकलने से पहले इस मिश्रण को पिएं।
लौंग
जैसे ही आपको लगे कि जी मिचलाने लगा है तो आपको तुरंत ही अपने मुंह में लौंग रखकर चूसनी चाहिए। ऐसा करने से आपका जी मिचलाना बंद हो जाएगा।
मिचली आने पर आपके काम आएंगे ये घरेलू उपाय