मिश्रौली में हुआ भोजपुरी साहित्यकारों व रचनाकारों का जमावड़ा

भाटपाररानी, देवरिया।(आरएनएस )क्षेत्र के मिश्रौली गांव स्थित मुन्नीलाल लघु माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में  संत मुन्नीलाल जी की पुण्यतिथि के अवसर पर भोजपुरी साहित्य सम्मेलन व कवि गोष्ठी का आयोजन हुआ।जिसमें नेपाल सहित,लखनऊ, पटना,छपरा,हाजीपुर, सिवान,बलिया,गोरखपुर, बरेली,सिवान,मोतिहारी आदि तमाम जिलों से पधारे रचनाकारों व साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं व विचारों से भोजपुरी भाषा को मजबूत बनाने पर बल दिया।कार्यक्रम में भोजपुरी पत्रिका का विमोचन भी हुआ।वहीं सैकड़ो साहित्यकारों, पत्रकारों व समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया।मुख्य अतिथि एडीएम प्रशासन राकेश पटेल ने कहा कि भोजपुरी हमारी लोक भाषा है।इसमें जो मिठास है, वह किसी अन्य भाषा मे नहीं है।उन्होंने ऐसे कार्यक्रम के लिए संयोजक डॉ जनार्दन सिंह को धन्यवाद दिया।कार्यक्रम में पधारे विश्व भोजपुरी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रविन्द्र शाहाबादी ने कहा कि भोजपुरी भेदभाव का शिकार हो गई है।इसे आज उपेक्षा की नजर से देखा जा रहा है।बावजूद इसके भोजपुरी आज विश्व के कई देशों में अपनी महत्व का डंका बजा रही है।सभी वक्ताओं ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की।कार्यक्रम को मुख्य रूप से एसडीएम ओमप्रकाश,भाजपा नेता राजकुमार शाही,हरिचरन कुशवाहा,कांग्रेस नेता केशवचंद यादव, डॉ अवनीश चन्द्र मिश्र,अखण्ड प्रताप सिंह डॉ उमाशंकर साहू,डॉ सुनील ओझा, डॉ विश्वनाथ शर्मा,डॉ आद्य प्रसाद द्विवेदी, सुबाष यादव,डॉ इरशाद अहमद,ध्रुवनारायण प्रसाद,शेख मखदूम, अजय चौरसिया, पवन राय, डॉ शुभ नारायण,डॉ जितेन्द्र उपाध्याय ,सरदार दिलावर सिंह आदि ने सम्बोधित किया।वहीं आयोजित कवि सम्मेलन में ऐनुल बरेलवी, वृजमोहन अनारी, प्रतिभा परासर,प्रियंका, गुड्डू आलम,सौदागर सिंह, मकसूद भोपतपुरी, रंगीला हिंदुस्तानी,अमित मिश्र,हृदयानंद विशाल आदि ने अपनी रचनाऐं प्रस्तुत किया।संयोजक विश्व भोजपुरी परिषद के राष्ट्रीय संयोजक डॉ जनार्दन सिंह ने आभार प्रकट किया।यहां मुख्य रूप से उपेन्द्र यादव,मनोज भारती, सुबाष दुबे,दयानंद कुशवाहा, रामजी यादव भूलन,डॉ मन्नू राय, राजू पटेल,चन्दन सिंह, हरिप्रसाद यादव,उपेन्द्र यादव,विजय तिवारी, विंध्याचल सिंह, मनोज सिंह, विकास सिंह, संदीप कुशवाहा, शम्भू यादव प्रधान दिनेश यादव आदि मौजूद रहे।