छापामार युद्ध के प्रणेता थे शिवाजी महाराज

हमीरपुर।(आरएनएस ) समर विद्या के महान सूरमा क्षत्रपति शिवाजी महाराज की जयन्ती पर प्राचार्य डा. भवानीदीन ने कहा कि शिवाजी छापामार युद्ध के प्रणेता थे। वे कुशल राजनैतिज्ञ तथा स्वराज्य की अवधारणा के प्रथम ग्राही थे। वे पुणे के पास शिवनेरी के दुर्ग मंे जन्मे थे। इनके पिता शाहजी भोसले का सम्बन्ध महाराण प्रताप के वंश से था। मुगलो अंग्रेजो और देशी नरेसो के कारनामो से शिवाजी कम आयु मे ही परिचित हो गये कि यह देश के शोषक है पोषक नही। उनके अंदर देश प्रेम की भावना जाग चुकी थी। शिवाजी ने कई युद्ध लड़े और कई दुर्गो पर कब्जा कर क्षत्रपति की उपाधि हासिल की। आदिल शाह और औरंगजेब से मुकाबला किया औरंगजेब ने एक संधि के जरियें अफजल खां का शिवाजी को मारने के लिए भेजा मगर उन्होने अपने कौशल से इसे विफल कर दिया। शिवाजी महाराज ने अपने बगनखे से अफजल खां को मार डाला। कालांतर ने बीमारी संघर्ष करते हुए वे इस संसार से विदा ले गये। यहां रामप्रसाद, प्रशान्त, प्रदीप यादव, गंगादीन, अखिलेस सोनी, आनंद विश्वकर्मा, देवेन्द्र, आरती गुप्ता, नेहा यादव, राकेश यादव, हिमांशु सिंह, सुरेश सोनी, गणेश शिवहरे ने भी विचार रखे। संचालन डा. रमाकान्त पाल कर रहे थे।