प्रतापगढ |(आरएनएस ) भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की जननी कहला की पावन भूमि पर 16 फरवरी 1931 को किसान आंदोलन के दौरान अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले महान बलिदानी कालिका प्रसाद, मथुरा प्रसाद व रामदास एवं अन्य सेनानियों की स्मृति निर्मित शहीद स्मारक पर क्षेत्रीय विधायक रानीगंज अभय कुमार उर्फ धीरज ओझा ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनका स्मरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की इच्छा थी कि स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुवात गांवों से हो क्योंकि भारत की आत्मा गांव में बसती है। उनकी इच्छा पर बाबा रामचंद्र के नेतृत्व में कहला की वीरभूमि पर किसान आंदोलन की शुरुवात हुई। कहला के किसान आंदोलन में लोगो के जोश को देखकर ब्रिटिश हुकूमत द्वारा गोली चलवा कर आंदोलन की समाप्त करने की चेष्टा की गई लेकिन स्वतंत्रता सेनानियों के जोश में कमी नही आई। पूर्व के जन प्रतिनिधियों द्वारा इस स्मारक स्थल की उपेक्षा के चलते विकास नही हो सका। जब से मैं जन-प्रतिनिधि निर्वाचित हुए बेजान पड़े कहला के स्मारक स्थल की सुधि ली। उन्होने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर स्वतंत्रता आंदोलन की महत्वपूर्ण विरासत कहला की वीरभूमि को पर्यटन मानचित्र पर विकसित किये जाने की मांग की जिसपर उनके निर्देश के क्रम में 48 लाख का सौन्दर्यीकरण प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया। जिसके सापेक्ष पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ त्रिपाठी ने 10,00,000/- रुपये स्वीकृत हुआ है। विधायक निधि से एक नग हाईमास्ट लाइट की स्थापना भी कराई गई। शहीद स्थल का जीर्णोद्धार कार्य के साथ मनरेगा से पार्क की भी स्थापना कराई जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि कहला शहीद स्थल को हर हाल में पर्यटन मानचित्र पर विकसित कराना है ताकि आने वाले समय मे देश के लोग स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी इस महान विरासत का दर्शन कर इसकी ऐतिकसिकता को जान एवं समझ सके। उन्होंने प्रधान को कहला में उच्च शिक्षण संस्थान एवं सद्भाव मंडप के निर्माण हेतु जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर प्रतिनिधि अजय ओझा, नीरज ओझा, शिवम ओझा, प्रधान विनोद कुमार, भाजपा नेता गिरीश पाण्डेय, राजेन्द्र तिवारी, रिजेश सिंह, सुभाष मिश्र, अजय दुबे, मोनू तिवारी, विनय पाण्डेय, शिवा विद्यार्थी आदि मौजूद रहे।
पर्यटन मानचित्र में विकसित किया जाएगा स्वतंत्रता आंदोलन की विरासत कहला :- धीरज ओझा