पुलवामा शहीद बलिदानियों की स्मृति में हुआ कवि सम्मेलन

परसपुर, गोंडा।(आरएनएस ) राष्ट्रीय कवि संगम गोंडा एवं सूकरखेत तुलसीधाम विकास मंच के संयुक्त तत्वावधान में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद बलिदानियों की प्रथम बरसी पर एक विराट कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। कार्यक्रम परसपुर क्षेत्र के सुकई पुरवा बन्धे के निकट स्थित हनुमान मंदिर परिसर में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कुबेर तिवारी चैकी इंचार्ज पसका एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. अरुण कुमार सिंह अध्यक्ष परसपुर विकास मंच की उपस्थित रहे।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं माल्यापर्ण के पश्चात वरिष्ठ कवि हीरा सिंह मधुर की अध्यक्षता व रवीन्द्र पाण्डेय रवि के संचालन में कार्यक्रम के संयोजक कवि जय दीप सिंह सरस की वाणी वन्दना से कवि सम्मेलन प्रारम्भ हुआ। शहीदों को  याद करते हुए सरस ने पढ़ा कि आओ नमन करें हम उनके चरणों में   जिनके बल पर हम सब घर में रहते हैं। इसके बाद युवा ओज कवि मुकेश सोनी की रचनाओं से पूरा पंडाल देशभक्ति के नारों से गुंजायमान हो उठा उन्होंने कहा कि प्राण जाएं भाव पर यह शेष रहना चाहिए  हम रहें या न रहें यह देश रहना चाहिए। ओज के ही युवा कवि रामलखन यज्ञसेनी ने अपने काव्य पाठ में पढ़ा कि हे प्रभु इस जिंदगी पर आपका इतना करम हो  मृत्यु हो सम्मुख मगर अधरों पे वंदेमातरम् हो। डा. सन्त शरण त्रिपाठी सन्त ने अपने अवधी व्यंग्य गीत ष्हम तौ जनता हैं बाबू निचोड़ा गयन  से सभी श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। कृष्ण कुमार सिंह दीप ने पढ़ा कि कसम खाइए भारत में अनरीति नहीं होने देंगे  इस धरती पर गद्दारों की जीत नहीं होने देंगे। रवींद्र पाण्डेय रवि ने अपनी हास्य कविताओं व पैरोडियों से उपस्थित श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।अपने अध्यक्षीय काव्य पाठ में हीरा सिंह मधुर ने अमर शहीदों को श्रद्धांजलि स्वरूप अपनी कविता पढ़ी कि देश के अमर शहीदों तुमको श्रद्धा सुमन चढ़ाता हूँ। शाम 7 बजे से लेकर रात्रि 01 बजे तक चले इस कार्यक्रम में उपस्थित श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट के सभी कवियों का भरपूर उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर रणवीर सिंह, उदय प्रताप सिंह प्रधान सकरौर, कामेश प्रताप सिंह, उमेश्वर प्रताप सिंह, अखिलेश सिंह, कुलदीप सिंह पिंकू, रघुनाथ सिंह,  महेश सिंह, अजय प्रताप सिंह, सूरज,  संजीत, संजय अवस्थी समेत सैकड़ों क्षेत्रीय सम्मानित जन उपस्थित रहे।