अब जनता हर शनिवार पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय से कर सकेगी सीधा संवाद
लखनऊ। राजधानी में योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देशों पर चलने के साथ ही जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाते हुए,नवनियुक्त पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने कार्यभाल संभालने के बाद पुलिस व्यवस्था में सुधार के साथ ही जनता की सेवा में  24 घंटे सातों दिन मुस्तैद रहने के साथ ही न्याय दिलाने की कवायद को बढ़ाते हुए शनिवार को पुलिस लाइन में जनता दरबार लगाया जिसमे ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा सहित अन्य आईपीएस अधिकारियों ने पीड़ितों से सीधा संवाद किया और इसके साथ ही एडीजी और आईजी रैंक के अधिकारी द्वारा जनता से सीधे संवाद करके एक नई प्रथा की शुरुआत भी की,ऐसा पहले लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी द्वारा ही किया जाता था और अब फरीयादी अपनी समस्या को लेकर हर शनिवार पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय से सीधा संवाद कर सकेंगे और अपनी समस्या को बेझिझक उनके सामने रख सकेंगे । कमिश्नर द्वारा पुलिस लाइन में हर शनिवार ‘जनसुनवाई आमने-सामने’ कार्यक्रम के द्वारा बेशक ही जनता को अब न्याय मिल सकेगा । शनिवार को किये गए आयोजन का मोर्चा ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने संभाला जबकि पुलिस के अन्य आला-अधिकारी भी मौजूद रहे और उन्‍होंने कार्यक्रम से जुड़ी कई अहम जानकारियां भी दी। वही इस कर्यक्रम में  फरियादियों का हुजूम उमड़ पड़ा । वही डीसीपी उत्तरी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने अपने थाना क्षेत्रों से आये लोगों की समस्याओं को सूना और मातहतों को तत्काल कार्रवाई करने के आदेश भी जारी किये । पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के निर्देश पर लगने वाले जनता दरबार में  पीड़ित के साथ विवेचक की भी पेशी अनिवार्य होगी। जिससे मामले की पूरी तरह जानकारी हो सके और पीड़ित के साथ पुलिस द्वारा किये गए बर्ताव का भी फीडबैक प्राप्त हो सके । ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया कि हर शनिवार को लगने वाले इस जनता दरबार में 50 फरियादियो की सुनवाई कर न्याय दिलाया जाएगा वही यदि किसी फरियादी द्वारा पुलिस की शिकायत आती है तो इसी पर भी सख्त कार्रवाई की जायेगी ।
पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के आदेश पर हर शनिवार पुलिस लाईन में लगने वाले इस जनता दरबार में कमिश्नर सुजीत पांडेय के साथ ही ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा और नीलाब्जा चौधरी के साथ ही सातों डीसीपी,भाग लेंगे। इस जनसुनवाई की खास बात यह है कि प्रत्येक अधिकारी पांच गंभीर मामलों के पीड़ितों के साथ विवेचक से सीधे संवाद करेंगे। वही विवेचक को मुकदमे से संबंधित सभी कागजात के साथ पेश होना होगा। इसी के साथ ही मुकदमो में होने वाली विवेचना में भी पारदर्शिता आएगी अफसर खुद पीड़ित से की गई विवेचना की जानकारी लेंगे ।

न्याय न मिलने वालों के लिए सीयूजी नंबर जारी
पूर्व में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के सीयूजी नंबर  9454400290 को अब जनता से सीधा संवाद करने के लिए रखा गया है । उनकी शिकायत के लिए पुलिस कमिश्नर कार्यालय से सीयूजी नंबर जारी किया, यह नंबर पहले एसएसपी का हुआ करता था। इससे गंभीर मामलों को चयन करके पीड़ितों को बारी-बारी से प्रत्येक शनिवार संबंधित अफसर के वहां बुलाया जाएगा। इसके अतिरिक्त आइजीआरएस से भी मामले लिये जाएंगे।