एक सप्ताह पहले ही खुजराहो से घूम कर घर लौटा था मृतक 

कानपुर। सचेंडी के बिनौर गांव में एक सप्ताह से खांसी.जुकाम ठीक न होने पर पीड़ित युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। घरवालें ने डर की वजह से खुदकीश करने की बात कही है तो ग्रामीण कुछ और ही बात कह रहे हैं। पुलिस ने घटना की पड़ताल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामला स्पष्ट करने की बात कही है।
सचेंडी थाना क्षेत्र के बिनौर गांव में रमेश चंद्र तिवारी का 28 वर्षीय बेटा मनीष तिवारी का शव मंगलवार की सुबह घर की दूसरी मंजिल पर कमरे में फांसी पर लटका मिला। उसकी मौत पर घर में कोहराम मच गया और आसपास के लोग एकत्र हो गए। पिता रमेश चंद्र ने बताया कि एक सप्ताह पहले मनीष खुजराहो से घूम कर घर लौटा था। तभी से उसे रुक रुक कर खांसी आ रही थी। वह मेडिकल स्टोर से दवा लाया था लेकिन कोई फायदा नहीं मिला।
पिता ने बताया कि उसका खांसी.जुकाम ठीक नहीं हो रहा था। इसी डर से सोमवार देर रात उसने घर की दूसरी मंजिल पर कमरे में रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। मनीष तीन भाइयों में सबसे छोटा था, उससे बड़े आशीष और श्रीरीष दो भाई है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि मनीष खांसी जुकाम से भी डरा हुआ था। सोमवार रात किसी बात को लेकर उसका पिता से विवाद हुआ था। इसके बाद सुबह उसके खुदकशी करने की जानकारी हुई है। सचेंडी एसओ अतुल कुमार ने बताया कि फिलहाल ऐसी कोई जानकारी नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।