मध्यप्रदेश में जल्द ही बनेगी कमल की सरकार -  केशव प्रसाद मौर्य  

कानपुर। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में जल्द ही कमल की सरकार बनेगी। पार्टी नेतृत्व वहां की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

प्रदेश सरकार के तीन वर्ष होने पर गुरुवार को मर्चेंट चेंबर हाल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कहा कि बुआ-बबुआ की सरकार के समय बहुत भ्रष्टाचार था। भ्रष्टाचार बहुत कम हुआ है। सरकार इस दिशा में और ठोस कदम उठा रही है। प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने को और नई योजनाएं आएंगी। रोजगार के क्षेत्र में और काम होगा।
भ्रष्टाचार को काफी हद तक नियंत्रित करने का किया दावा

डिप्टी सीएम ने कहा कि,जो प्रदेश अपराध और महिला उत्पीडऩ के लिए जाना जाता था, वहां आज अपराध बेहद कम हो गए हैं। अपराधी सलाखों के पीछे हैं और भ्रष्टाचार को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया है। रोजगार के लिए प्रदेश में डिफेंस एक्सपो और डिफेंस कॉरिडोर बनाने जैसे काम किए जा रहे हैं, जिससे निवेशक बड़ी संख्या में यहां आकर्षित हो रहे हैं। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होगा। 

उन्होंने माना कि सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में विभागों के बीच सामंजस्य की कमी है। कहा कि गड्ढा हमारे दुश्मन है उन्हें तुरंत भरे जाने चाहिए। कहा कि सरकार ने गड्ढा मुक्त सड़कों का जो नारा दिया था। उस पर काम किया गया है और भी मजबूती के साथ इस दिशा में काम होगा। विभागों के बीच सामंजस्य बेहतर बनाया जाएगा।
प्रदेश सरकार के तीन वर्ष होने पर डिप्टी सीएम ने महानगर और प्रदेश में किए गए कार्यों विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार अपने कार्य के बलबूते पर 2022 में भी तीन सौ से ज्यादा सीटें जीतकर सत्ता में आएगी।
सामाजिक कार्यक्रम और भीड़ वाली जगहों मैं ना जाने की अपील  

उन्होंने कहा कि,कोरोना से बचाव के लिए ठोस कदम उठाये जा रहे हैं। कहा कि, इससे पूरी ताकत के साथ लड़ाई लड़ी जा रही है। पीएम और सीएम के साथ हर किसी ने जिस तरह से इस वायरस के प्रति लड़ाई लड़ी है, उससे इसका फैलाव अधिक मात्रा में न होने में सफलता मिली है। इसके बावजूद उन्होंने संवेदनशील होने की अपील करते हुए कहा है कि जितना संभव हो, उतना सामाजिक कार्यक्रम और भीड़ वाली जगहों से परहेज करें। डिप्टी सीएम ने कहा कि रोज खाने कमाने वालों की भी चिंता है। इस संबंध में एक कमेटी बनाई गई है। कमेटी दो दिन में रिपोर्ट देगी। इस रिपोर्ट के आधार पर रोज कमाने खाने वाले गरीबों के खाते में आरटीजीएस के जरिए कुछ न कुछ रकम भेजी जाएगी।