प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय में होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया


फर्रूखाबाद संवाददाता।ओम शांति प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय अंगूरी बाग जटवारा जदीद सेंटर पर धूमधाम से मनाया गया होली मिलन समारोह जिसमें डॉ आशुतोष चतुर्वेदी जी ने अपने विचार में कहां हम सब होलिका में एक एक बुराई का दान करें और दिलखुश मिठाई खाएं और सभी को खिलाएं उन्होंने कहा कि परमात्मा का रंग मुझे आत्माओं को रंग नही सच्ची होली है रामबेटी ओझा जी ने अपने विचार व्यक्त किए हैं केंद्र संचालिका डीके शोभा दीदी जी ने होली का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए उन्होंने बताया जिस प्रकार गुजिया मिठाई के रूप में स्वीकार करते हैं ओपन मैदा की टिकिया होती है अंदर मावा होता है उन्होंने बताया यह ऊपर की टिकिया शरीर रूपी मैदा है आत्मा के 7 गुण सुख शांति आनंद प्रेम दया शक्ति ज्ञान और पवित्रता यह आत्मा के गुण हैं यही मावा है आत्मा में दिव्य गुणों का आचरण होना अनिवार्य है उन्होंने यह भी बताया परमात्मा रंग लगने से आत्मा पवित्र सोना बन जाती है आपस में हिल मिलकर रहना यही सच्चे प्रेम की निशानी है उन्होंने होली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा परमात्मा की याद से करोना वायरस को भी हम दूर कर सकते हैं यदि हम बुराइयों से दूर रहे तो इस मौके पर पीके पूनम बहन ने भी अपने विचार व्यक्त किए राधा कृष्ण गोप गोपी गांव के साथ राजविलास करते हुए सभी को सातों रंग से गुलाल से रंगा छम छम पर डांस ताल में ताल मिलाते हुए होली मनाई गई पश्चात अंशु प्रांशु बंदना बुलबुल वैष्णवी खुशी स्माइल संयोगिता तान्या अंशिका सुहाने इन कन्याओं ने राधा-कृष्ण गोप गोप गोपियों के रोल अदा किए इसके अतिरिक्त राघवेंद्र कार्तिकेय प्रवीण सुभाष रामशरण गंगा सिंह रवि मानसिंह बृजमोहन गुप्ता प्रभात हिमांशु जगत प्रकाश सुवालाल मिश्रा हस्तरेखा विनीता संतोष सरोज डोली सुखरानी अभिलेख एकता ना जान बीना माधुरी पुष्पा सुदामा लाली अन्नपूर्णा आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे। बीके शोभा बहन ने केसर चंदन गुलाब जल एवं गुलाब की पंखुड़ियों के साथ वैरायटी इत्र लेकर सातों रंग के गुलाल लेकर आध्यात्मिक रहस्य समझाते हुए हाथ में पिचकारी ले बड़े ही धूमधाम से में होली मिलन समारोह मनाया।