राम मंदिर निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र रामलला  परिसर का किया निरीक्षण


अयोध्या । राम मन्दिर निर्माण समिति चेयरमैन ने हनुमानगढ़ी व रामलला के दरबार में शनिवार को माथा टेकने के बाद परिसर का निरीक्षण किया जहां भव्य श्रीराम मन्दिर का निर्माण कराया जाना है। इस दौरान राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय व रिसीवर विमलेन्द्र मोहन प्र्रताप मिश्र मण्डलायुक्त एम.पी अग्रवाल , जिलाधिकारी अनुज झा भी साथ रहे।
श्री मिश्र ने रामलला परिसर के बाद उन्होंने मन्दिर निर्माण कार्यशाला जाकर तराशी गयी शिलाओं का अवलोकन किया। इस मौके पर इन शिलाओं का उपयोग मन्दिर निर्माण में कैसे किया जायेगा यह समझाते हुए ट्रस्टी चम्पतराय दिखे।  मीडिया कर्मियों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि रामनवमी पर मन्दिर निर्माण का आरम्भ सम्भव नहीं है ट्रस्ट की बैठक में यदि निर्माण तिथि अक्षय तृतीया निर्धारित हुई तो तैयारी पूरी है निर्माण कार्य शुरू करा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारी अनौपचारिक यात्रा है भगवान के दर्शन के अतिरिक्त मौजूद ट्रस्टियों से विचार विमर्श करना भी यात्रा उद्देश्य में शामिल है।  जब उनसे यह पूंछा गया कि भगवान श्रीराम का मन्दिर क्या विहिप माडल के अनुरूप बनेगा तो उन्होंने कहा कि यह मेरा विषय नहीं है इसका निर्णय केन्द्र सरकार द्वारा गठित ट्रस्ट द्वारा किया जाना है। ट्रस्ट जो माडल निर्धारित करेगा उसके अनुरूप निर्माण समिति प्रभु राम का भव्य राम का मन्दिर निर्मित करायेगा। अभी जो पुराने भवन परिसर में जर्जर अवस्था में हैं उन्हें हटाया जा रहा है जिससे मन्दिर निर्माण में सुगमता हो।
ट्रस्टी चम्पत राय ने चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र को अवगत कराया कि अबतक कितनी शिलाएं तराशी जा चुकी हैं और कितनी तराशी जाने वाली हैं। उन्होंने यह भी बताया कि होली के बाद तराशी गयी शिलाओं पर जो काई जम गयी हैं उसे साफ करने का कार्य तेज कर दिया जायेगा। नई शिलाओं के तराशने का फैंसला ट्रस्ट की दूसरी बैठक के बाद ही लिया जाना सम्भव होगा। उन्होंने कहा कि अभी होमवर्क किया जा रहा है जब होमवर्क पूरा हो जायेगा तभी कुछ बताने की स्थिति होगी और प्रारूप तैयार होने के बाद ही ट्रस्ट की अगली बैठक सम्भव है।