लो जी एक सौ तीस करोड़ भारतीयों पकड़ो अपनी टीम इंडिया कोयद न्यूजीलैंड वाले जीत की खुशी में मन ही मन यही कह रहे होंगे। उधर दौड़ में भारतीय नारियां दनादन मेडल जीत रही हैं, पर नहीं, उस जीत की खुशी नहीं चाहिए भारतीयों को। इनकी खुशी तो भेड़चाली में दाढ़ी बढ़ाए उन ग्यारह नमूनों की खुशी के साथ है, जो किसी तरह क्रिकेट में जीतते रहें बस।
समझ में ये नहीं आता कि ग्यारह खिलाडिय़ों का यह खेल हमारी राष्ट्रीयता के भाव से क्यों जुड़ा हुआ है। अरे खेल अंग्रेजों का है, पैसे इसे खेलने वाले खिलाड़ी और खेल से डायरेक्ट -इनडायरेक्ट जुड़े हुए लोग कमा रहे हैं, तो एक सौ तीस करोड़ की पूरी आबादी को क्रिकेट के चक्रव्यूह में क्यों झोंक रखा है विश्व कप क्रिकेट के सेमीफाइनल में हार क्या हुई कि प्रधानमंत्री भी निराश हो गए हैं। अनधिकृत मुख्य विपक्षी दल के स्वर्ण वैज्ञानिक भी हार पर दल की ओर से एक सौ तीस करोड़ लोगों को ढांढस बंधा रहे हैं, निराशा जता रहे हैं। विपक्षी निराश हैं तो समझ आता है, पर प्रधानमंत्री निराश नहीं हो सकते जी, क्योंकि उन्होंने पेशेवर निराशावादी की पदवी विपक्षियों को सौंप दी है। इसलिए वे क्रिकेट की हार पर निराश न हों।
सोचकर मैं परेशान ही था कि हार गए तो हार गए, लोगों के लिए क्रिकेट बड़ी चिंता क्यों बन गया है। तभी अपनी छत पर टहल रहे पड़ोस वाले हरियाणवी ताऊ दिखे। उन्होंने मेरे नमस्कार को किनारे धरा और सीधे फूट पड़े, 'अरेज्! क्या धरा पड़्या है क्रिकेट में! काहे कू लोगण की बुद्धि घास चर री ए! परधान मंत्री भी निराश हो रिया ऐ क्रिकेट की हार पर। अरे यू कोई बात सै! भतेरे मुद्दे पड्डे हैं देश में चिंता करणु कु, पर ना साब, परधान भी इद्दर ही ध्याण लगाए बैठ्या है। ऐसे में तो हो लिया देश का कल्याण। परधान जाण लै कि क्रिकेट की भारतीय लोगन की दीवाणगी पर राजनीतिक रोट्टी न सिकेगी अब।Ó
ताऊ की बात सुन अच्छा लगा। कम से कम कोई तो दिखा, जिसे फिजूल क्रिकेट खेल की हार पर जताई जा रही देशव्यापी निराशा व्यर्थ दिखाई दे रही है। जब हम दोनों को पड़ोस के एक किशोर बालक ने क्रिकेट की हार पर दुखी नहीं देखा तो वह ताऊ की ओर देखकर बोला, 'तुम दोनों क्या जानो देशभक्ति! क्रिकेट की टीम ही नहीं हारी अंकल जी, देश हारा है। अब, आप लोगों को हार पर निराश होने वालों की देशभक्ति पर वहम हो रहा है तो क्या कर सकते हैं, वहम की कोई दवा नहीं होती।Ó
ताऊ ने आंखें तरेरीं और चीख पड़ा, 'अबै! तू बाणक मने समझ्या रा क्रिकेट की देशभक्ति तू हमारे वहम की दवा नहीं होने की कै रिया है, ठीक है बेट्टा, तू खात्या रै क्रिकेट वाली देशभक्ति का नकली चूरण।Ó
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