मंदी और तेजी के किंतु-परंतु



आंकड़ें हैं साहब जो चाहे सिद्ध कर दो। एक अखबार ने बताया कि इतनी मंदी आ गयी है कि आंतरिक वस्त्रों की सेल भी गिर रही है। अक्षय कुमार डॉलर नामक आंतरिक वस्त्र का खुला प्रदर्शन करके बताते हैं कि डॉलर बहुत स्मार्ट ब्रांड है। इसकी सेल जून, 2019 में खत्म हुई तिमाही में 4 प्रतिशत कम हो गयी। मतलब पब्लिक अक्षय कुमार की भी न सुन रही है।
कस्टमर बहुत शाणे हो गये हैं। एक कस्टमर ने बताया कि अक्षय कुमार खुद तो कनाडा के नागरिक हैं। टापमटाप ब्रांड वहां से आते होंगे, डॉलर की बात यूं ही कर रहे हैं। जौकी नामक आंतरिक वस्त्रों का ब्रांड किसी बड़े भारतीय स्टार को यूज नहीं करता। इसकी सेल जून में खत्म हुई तिमाही में दो परसेंट बढ़ गयी। अक्षय कुमार आंतरिक वस्त्र न बेच पा रहे हैं, मंगल मिशन फिल्म बेच गये। अक्षय कुमार को समझना चाहिए कि वह बड़े कामों के लिए बने हैं।
तमाम कंपनियां सोचती हैं कि इनसे तो आंतरिक वस्त्र न बिक पा रहे हैं, पान मसाला, या बाइक या कुछ और कैसे बेच लेंगे। इश्तिहारों की दुनिया बहुत जालिम दुनिया है। जो एक आइटम कायदे से बेच लेता है, वह ढेर से आइटम बेचने लग जाता है। जिससे एक भी आइटम कायदे से न बिकता, उसे इश्तिहारी दुनिया से कुछ न मिलता बेचने के लिए। अब जैसे देखिये, अभिषेक बच्चन के पास घणा वक्त है, कुछ भी बिकवाया जा सकता है उनसे। पर देखिये, उन्हें न मिलता, कुछ भी बेचने के लिए। उधर, अमिताभ बच्चन एक के बाद एक आइटम बेचे जा रहे हैं।
तो डॉलर के कमजोर आंकड़ों से साबित किया जा सकता है कि अर्थव्यवस्था मंदी से गुजर रही है। जौकी के आंकड़े बताते हैं कि मंदी नहीं है, पर तेजी भी बहुत मुखर नहीं है। पर-पर-पर पिक्चर अभी बाकी है।
बायजूस नामक ट्यूशन कंपनी का मूल्यांकन हुआ अभी, पता चला कि करीब 4०० करोड़ रुपये है। कुछ समय पहले यह 35000 करोड़ रुपये के आसपास था, ट्यूशन कंपनी की वैल्यू बढ़ रही है। लोग ज्यादा रकम खर्च कर रहे हैं ट्यूशन में। अगर कोई दिल्ली में शराब की दुकानों पर शाम सात बजे के आसपास लाइनें देख ले, कोई मंदी नहीं है।
पब्लिक आंतरिक वस्त्र में न खर्च करके दारू में खर्च कर रही है। यह बयान देकर पब्लिक को गैर-जिम्मेदार साबित किया जा सकता है। पर वही पब्लिक ट्यूशन में, बच्चों की पढ़ाई में जमकर खर्च कर रही है, ऐसा कहकर पब्लिक को बहुत ही जिम्मेदार भी साबित किया जा सकता है।
आंकड़े हैं, कुछ भी साबित किया जा सकता है। पर मुझे धक्का लगा यह बात जानकर कि अक्षय कुमार की बात नहीं सुनी जा रही है। तमाम फिल्मी वजहों से अक्षय कुमार को प्रामाणिक देशभक्त माना जाता है