अमेरिका, ब्रिटेन, साउथ कोरिया की टीम ने मिलकर बाल यौन शोषण वेबसाइट चलानेवाले 337 को किया अरेस्ट


वॉशिंगटन,18 अक्टूबर । बाल यौन शोषण की साइट से जुड़े 337 आरोपियों को अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों ने अरेस्ट किया है। यौन शोषण के शिकार बच्चों के विडियो को बेचकर इस वेबसाइट ने 2015 से 2018 के बीच में 3,70,000 डॉलर की रकम बिटकॉइन के जरिए कमाए। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय कानून एजेंसियों ने बताया कि बाल यौन शोषण के विडियो बेचकर बिटकॉइन के जरिए कमाई करनेवाले निंदनीय वेबसाइट से जुड़े 337 लोगों को अरेस्ट किया गया है।
अमेरिका, ब्रिटेन, साउथ कोरिया और दूसरे देशों के प्रशासन ने संयुक्त रूप से यह अभियान चलाया। इस अभियान के तहत 23 नाबालिगों को भी बचाया गया। इन बच्चों का वेबसाइट से जुड़े आरोपी यौन शोषण करते थे और उससे जुड़े विडियो रिकॉर्ड कर वेबसाइट पर अपलोड करने के लिए डालते थे। वेबसाइट बिटकॉइन के जरिए सारा लेन-देन करते थे और इस कारण उन्हें ट्रैक करना बहुत मुश्किल था।
जून 2015 में विडियो वेबसाइट शुरू किया गया और मार्च 2018 तक इसने बिटकॉइन के जरिए 420 बिटकॉइन वर्चुअल करंसी जमा किए। यह रकम लगभग 3 लाख 70 हजार डॉलर के बराबर है। अमेरिका की न्याय एजेंसी का कहना है कि इस दौरान 7,300 ट्रांजैक्शन किए गए। वेबसाइट के सर्वर पर 2,50,000 विडियो थे, जिन्हें अमेरिका, ब्रिटेन, साउथ कोरिया पुलिस ने 5 मार्च 2018 को इसके ऑपरेटर सोन जोंग वू को कोरिया से अरेस्ट कर जेल में भेज दिया गया। उसके बाद से 12 देशों में फैले इसके नेटवर्क को ट्रैक किया गया और कई लोगों को अरेस्ट किया गया।
अमेरिकी प्रशासन ने जानकारी दी है कि 24 लोगों के अकाउंट से वर्चुअल करंसी का प्रयोग किया गया था जिन्हें सीज कर लिया गया है। इस अकाउंट के जरिए वेबसाइट बच्चों के शोषण को बढ़ावा देती है। ब्रिटेन की नैशनल क्राइम एजेंसी ने बताया कि वैश्विक कानूनी संस्थाओं के जरिए इस एजेंसी को ट्रैक किया गया। इसकी शुरुआत तब हुई जब ब्रिटिश जांच एजेंसी ने एक ब्रिटिश वैज्ञानिक को बच्चों के साथ यौन शोषण के मामले में अरेस्ट किया गया।