नईदिल्ली,25 नवंबर (आरएनएस)। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि वह भाजपा को राकांपा द्वारा दिए गए समर्थन से संबंधित पत्र लेकर आए हैं। अजीत पवार द्वारा 22 नवंबर को दिए गए पत्र के बाद ही देवेंद्र फडणवीस ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। महाराष्ट्र में सरकार गठन के मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान राज्यपाल की तरफ से पेश हुए मेहता ने कहा कि यह पत्र मिलने के बाद ही राज्यपाल ने राष्ट्रपति को सूचना भेजी थी और इस जानकारी का हवाला देते हुए ही उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन हटाने का अनुरोध किया था।
अजित पवार ने राकांपा के 54 विधायकों के समर्थन वाला पत्र हस्ताक्षर के साथ राज्यपाल को सौंपा था। उनके पत्र में 11 स्वतंत्र और अन्य विधायकों का समर्थन पत्र भी संलग्न था।
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अजित के समर्थन-पत्र बाद ही राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफारिश की : तुषार