बिजली कनेक्शन काटा गया


कोरबा 28 नवम्बर (आरएनएस)। विद्युत वितरण विभाग ने शहरी क्षेत्र में बकायादारों के खिलाफ अभियान छेड दिया है। बाहर से आए अधिकारी. कर्मचारियों की छह  टीम ने 105 कनेक्शन की जांच की और 32.53 लाख रुपए के 98 बकायादारों की बिजली काटी गई। टीम द्वारा अभी लगातार अभियान जारी रखा जाएगा।
वितरण विभाग के आला अफसर बकाया राशि बढ़ने से खासा चिंतित है। विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत उपभोक्ताओं को बिजली बिल में छूट दी गई, पर उपभोक्ताओं द्वारा राशि जमा नहीं की जा रही है। स्थानीय स्तर पर विभाग द्वारा कार्रवाई करने के बाद अब बाहर से आए अधिकारियों. कर्मचारियों की टीम से विजिलेंस जांच कराई जा रही है। वितरण विभाग के तीनों जोन तुलसीनगर, पाडीमार व दर्री में अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को कार्यपालन यंत्री राजेश कुमार ठाकुर की अगुवाई में तुलसीनगर जोन में अभियान चलाया गया। इस दौरान अन्य जिले से आए कनिष्ठ अभियंता केपी बंजारे, चंद्रकुमार राठौर, नितिन विश्वकर्मा, हुनेन्द्र सिंह, ममता राय व अंकिता अग्रवाल की अगुवाई में छह सदस्यीय टीम बनाई गई। टीम द्वारा तुलसीनगर जोन क्षेत्र में 105 कनेक्शन की जांच की गई। इसमें सात कनेक्शन पहले से कटे हुए मिले, जबकि तत्काल काटे गए 17 कनेक्शन के उपभोक्ताओं द्वारा दो लाख 81 हजार 300 रुपए जमा कराया गया। वहीं 32 लाख 53 हजार 396 के बकाया राशि वाले 98 उपभोक्ताओं का कनेक्शन काटा गया। विभाग के अफसरों ने काटे गए कनेक्शन उपभोक्ताओं से कहा है कि अनाधिकृत तौर पर लाईन जोड कर उपयोग न करें, अन्यथा जांच के दौरान विद्युत अधिनियम 2003 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
वितरण विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बकाया राशि वसूली अभियान चलाया जा रहा है। कार्यपालन यंत्री रंजीत कुमार की अगुवाई में सहायक अभियंता बी के सरकार, कनिष्ठ यंत्री विवेक गुप्ता, कनिष्ठ यंत्री भगत कंवर भैसमा, कनिष्ठ यंत्री करतला भूपेन्द्र राठौर की चार टीम गठित गई है। इस टीम ने बरपाली वितरण केंद्र अन्तर्गत ग्राम तुमान, बरपाली, कोथारी एवं सरगबुंदिया में बकाया वसूली अभियान चलाया गया। 14.73 लाख बकाया राशि के 71 उपभोक्ताओं की जांच की गई। इसमें 26 उपभोक्ताओं ने तीन लाख 25 हजार 330 रुपए जमा कराए। जबकि शेष 45 उपभोक्ताओं द्वारा राशि जमा नहीं कराए जाने पर टीम ने कनेक्शन काट दिया। विभाग द्वारा इस क्षेत्र में लगातार अभियान जारी रखा जाएगा। टीम ने उपभोक्ताओं से कहा कि कभी भी दोबारा जांच की जा सकती है, इसलिए बिना अनुमति कनेक्शन नही जोडे अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।