खुद की मानसिकता ही यातायात नियमों का करा सकती है पालन:- डीआईजी
जालौन/उरई।(आरएनएस) यातायात नियमों के पालन के लिए हमें मानसिकता बदलनी होगी। हम जैसे ही दिल्ली पहुंचते हैं वैसे ही हम हैलमेट लगा लेते हैं तथा सीट वैल्ट लगा लेते हैं। यह हमारी मानसिकता को दर्शाता है कि हम अपनी जिंदगी से नहीं बल्कि चालान से डरते हैं यह बात डी आई जी ने सेठ वीरेन्द्र कुमार महाविद्यालय गूढ़ा न्यामतपुर में आयोजित यातायात माह के तहत जागरूकता कार्यक्रम में कही।
डीआईजी झांसी सुभाष बघेल ने पुलिस अधीक्षक से कहा कि यातायात नियमों का पालन जनपद के सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों से भी पूरी निष्ठा से कराया जाय। कानून से कोई ऊपर जो पुलिसकर्मी नियमों का पालन न करे उसके खिलाफ कार्रवाई करे। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित छात्र छात्राओं से अपील की कि वह स्वयं वाहन चलाते समय हैलमेट व सीट वेल्ट का प्रयोग करे। अभिभावकों के पास अगर हैलमेट न हो तो वह अपने माता-पिता, भाई वहिन को हैलमेट लेकर उपहार में दें। पुलिस अधीक्षक डां सतीश कुमार ने कहा कि हमेशा यातायात नियमों का पालन करें, गाड़ी चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें, ओवरटेक न करें। चालान से बचने के लिए जिन्दगी के लिए हैलमेट व सीट वेल्ट का प्रयोग करे। अतिथियों ने महाविद्यालय के प्राध्यापकों को हैलमेट दिया। महाविद्यालय के अध्यक्ष डां नितिन मित्तल ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया इस मौके पर पुनीत मित्तल, रामराजा निरंजन, सतीश सेंगर, दीपू त्रिपाठी, लक्ष्मीकांत शाक्य, संजू खत्री, विनय माहेश्वरी, विनय श्रीवास्तव, थोपन यादव, विनीत अग्रवाल, डां सोमेन्द्र श्रीवास्तव, अवनीश दीक्षित, नम्रता श्रीवास्तव, ओसफ, रामदास यादव, अशफाक राईन, यातायात प्रभारी अनिल कुमार, कोतवाल सुनील कुमार सिंह समेत कालेज की छात्र छात्राएं व अभिभावक उपस्थिति थे।
खुद की मानसिकता ही यातायात नियमों का करा सकती है पालन:- डीआईजी