सीएचसी में पूछताछ काउंटर न होने से तीमारदारों को भटकना पड़ता है


कर्नलगंज, गोंडा।(आरएनएस) सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पूछताछ काउंटर न होने से मरीजों और उनके तीमारदारों सहित अन्य कार्यों से आने वाले लोगों को घंटों तक भटकना पड़ रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कर्नलगंज में किसी भी कार्य से आने वाले लोगों को घंटों तक महज इसलिए भटकना पड़ता है क्योंकि उन्हें यह पता ही नहीं होता है कि वे जिस कार्य के लिए आये हैं वह कहां होगा? कारण साफ है सीएचसी में पूछताछ काउंटर का न होना। वहां कोई यह बताने वाला नहीं है कि अमुक कार्य के लिए आप अमुक कमरे में जायें अथवा अमुक व्यक्ति से संपर्क करें। मरीजों और उनके तीमारदारों को भी इन्हीं समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। कोई इलाज के लिए आ रहा है तो चिकित्सक अपने कमरे में नहीं हैं। कोई जननी सुरक्षा योजना के संबंध में जानकारी चाह रहा है तो कोई संक्रामक रोगों के बारे में जानकारी देना चाहता है। इसी प्रकार पैथालॉजी जांच व एक्सरे आदि के बारे में भी कोई जानकारी देने वाला नहीं है। इस संबंध में पूछे जाने पर अधीक्षक डॉ सुरेश चन्द्रा ने पूछताछ काउंटर की आवश्यकता तो स्वीकार की लेकिन स्टाफ की कमी होने की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। इसके विपरित कुछ जानकार लोगों के अनुसार सीएचसी में कुछ ऐसे कर्मचारी भी हैं जिनके पास कोई कार्य नहीं रहता है। ऐसे लोगों को पूछताछ काउंटर पर बैठाकर जनता को सहूलियत दी जा सकती है। फिलहाल सब कुछ राम भरोसे चल रहा है और यहां आने वाले लोगों को भटकने के लिए विवश होना पड़ रहा है।