आम आदमी के हक की लड़ाई लड़ते रहे स्व. चौधरी चरण सिंह


सीतापुर। जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय टाउन हाल में सोमवार को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाले महान जन नेता स्व. चौधरी चरण सिंह के 117वें जन्मदिवस को मनाने के लिए एक गोष्ठी का आयोजन जिला अध्यक्ष छत्रपाल सिंह यादव की अध्यक्षता में किया गया।


 सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष ने चौधरी चरण सिंह की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें कोटिशरू नमन कर उनके कार्यां का स्मरण किया व गोष्ठड्ढी को संबेाधित करते हुए जिलाध्यक्ष छत्रपाल यादव ने कहा कि चौधरी का किसानों के प्रति अपार प्रेम उनके किसानों के लिए किया गया संघर्ष ही गवाह है। जिनकी नीति और नियम किसान हित में सर्वोपरि रहते थे। उनका यह मानना था कि देश के उत्थान और खुशहाली का रास्ता किसानों के खेतों और खलियानों से होकर ही गुहरता है। यदि देश का किसान विकसित होगा तो देश भी विकास की ओर अग्रसर रहेगा। उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी साहब किसानों के साथ आम आदमी के हक की लड़ाई लड़ते रहे थे। चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर हम आज किसान दिवस के रूप में मानकर उन्हें दिल से याद कर रहे हैं व उनका अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने ही किसानों को राजनीतिक विमर्श का केन्द्र बनाया था। वर्तमान सरकार अगर उनका संदेश याद रखती तो आज किसानों और खेती की इतनी उपेक्षा नहीं होगी। यह एक ऐतिहासिक सच्चाई है कि किसानों को दिल्ली में दस्तक देने का श्रेय चौधरी साहब को ही जाता है। केन्द्रीय वित्त मंत्री के रूप में चौधरी साहब ने पहली बार केन्द्रीय बजट का 70 प्रतिशत हिस्सा गांव के उत्थान किसानों की उन्नति और किसानों की तरक्की के लिए रखा था। उनके पद चिन्हों पर चलते हुए उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार ने अपने बजट में 75 प्रतिशत धनराशि गांव, खेती और किसानों के लिए रखी थी। जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसानों और उनकी किसानी की उपेक्षा से आर्थिक संकट उत्पन्न हो रहा है। रोजगार का संकट है। खेती को लेकर सरकारी नीतियां स्पष्ट नहीं है। देश आज दिन समस्याओं से जूझ रहा है वो चौधरी साहब की नीतियों में ही उनका समाधान पाया जा सकता है। श्री चौधरी चरण सिंह भ्रष्टड्ढाचार और जातिवाद के भी घोर विरोधी थे। उन्होंने एक सच्चे गांधीवादी के तौर पर सादगी और सुचिता के साथ अपना जीवन जिया। वे राजनीति में आ रही विक्रतियों के विरोधी थे। समाजवादी पार्टी चौधरी चरण सिंह के विचारों पर चलने के लिए संकल्पित है। इस अवसर पर गीता सिंह, कौशलेन्द्र सिंह, बदलू राम निषाद, जय सिंह यादव, मनोज राठौर, राम प्रकाश यादव, सतेन्द्र पाल सिंह, प्रवीण सैनी, महेन्द्र यादव, संजय प्रकाश सिंह, चन्द्र शेखर यादव, सीताराम यादव, सुमन भार्गव, शमीम बानों, आशुतोष यादव, नीलम यादव, मनोज भारती, शिव प्रसाद यादव, अताउल्ला अंसारी, रमेश यादव, विद्या सागर, मो. शफीक, मो. नबी, उमाशंकर यादव, विजय यादव, नवीन कुमार, अरशद खान, अनस खान, देवेन्द्र यादव, राजकिशोर गौतम, डा. शाजिद, अफजाल अली, शैलेन्द्र यादव, रोहित कुमार, संतीश राठौर, अभिषेक यादव, नवाब मसूद हुसैन, वसीर रहमान, रानू खान, मो. शेर, अथर्व यादव, अखिलेश यादव, लवकुश यादव, अभय प्रताप सिंह, सौरभ यादव, सतीश कुमार आदि लोग मौजूद रहे।