अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में महाभियोग प्रस्ताव पारित -डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका


वाशिंगटन,19 दिसंबर । अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ संसद के काम में बाधा डालने और पद के दुरुपयोग के आरोप में महाभियोग प्रस्ताव पारित कर दिया।
ट्रंप अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति बन गए जिनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया गया है। ट्रंप पर जो बाइडेन समेत अन्य प्रतिद्वंद्वियों की छवि खराब करने के लिए यूक्रेन से गैरकानूनी तरीके से मदद मांगने का आरोप है। इसके अलावा उनपर संसद के काम में बाधा डालने का भी आरोप है।
निचले सदन से प्रस्ताव पारित हो जाने के बाद अब ऊपरी सदन सीनेट में उनपर मुकदमा चलेगा। सीनेटर इस बात पर फैसला लेंगे कि ट्रंप को उनके पद से हटाया जाए या नहीं।
इससे पहले राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग पर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बुधवार को करीब 10 घंटे तक बहस हुई। डेमोक्रेट सांसद सुसान डेविस ने जोरदार भाषण देते हुए कहा- हम राष्ट्रपति पर महाभियोग नहीं लगा रहे हैं। वह खुद ही ऐसा कर रहे हैं। आप राष्ट्रपति हैं और आप न्याय में बाधा डालते हैं। आप एक विदेशी नेता को रिश्वत देने का प्रयास करते हैं। आप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। आपका महाभियोग होगा। निचले सदन में डेमोक्रेट के पास बहुमत है, लिहाजा महाभियोग पारित हो गया। अब महाभियोग का प्रस्ताव ऊपरी सदन सीनेट में जाएगा।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में महाभियोग प्रस्ताव के समर्थन में 229 तो विरोध में 197 वोट पड़े। अब महाभियोग प्रस्ताव सीनेट में भेजा जाएगा, जहां 100 सीटें हैं। सीनेट में डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के पास 53 सीटें हैं। सीनेट में महाभियोग प्रस्ताव पास होने के लिए 51त्न वोट जरूरी है। सीनेट से महाभियोग खारिज होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पद पर बने रहेंगे। अगर ट्रायल पूरी हो जाती है तो सीनेट में ट्रंप की सजा पर वोटिंग होगी। सजा पर वोटिंग में 67त्न से कम वोट पड़े तो ट्रम्प राष्ट्रपति बने रहेंगे और 67त्न वोट पड़े तो ट्रम्प को पद छोडऩा पड़ेगा। अगर ट्रंप को पद छोडऩा पड़ा तो उप राष्ट्रपति माइक पेन्स पद संभालेंगे।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव से महाभियोग का प्रस्ताव पास होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंन ने कहा, यह प्रस्ताव गिर जाएगा। विपक्षी दल के नेता मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं। निचले सदन से महाभियोग का प्रस्ताव पास होने के बाद व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को विश्वास है कि सीनेट निष्पक्षता और उचित प्रक्रिया को बहाल करेगा, जिसकी निचले सदन में अनदेखी की गई है। उन्होंने जिस दिन से पदभार संभाला है, अमेरिकी लोगों की जरूरतों को हल करने के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं।
महाभियोग पर बहस शुरू होने से पहले हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने कहा- बतौर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. बता दें कि मंगलवार शाम को ही डोनाल्ड ट्रंप ने नैन्सी पेलोसी को चि_ी लिखकर उन्हें खरी-खोटी सुनाई थी।
नैन्सी ने अपने भाषण में कहा, संविधान द्वारा हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव को महाभियोग की ताकत दी गई है, उसको लेकर सभी सदस्य मतदान करेंगे। उन्होंने सभी डेमोक्रेट्स सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, हमने बतौर कांग्रेस सदस्य शपथ ली थी कि हम संविधान की रक्षा करेंगे, जिसका अब समय आ गया है।
निचले सदन में महाभियोग का प्रस्ताव आने से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नैन्सी पॉलोसी को पत्र लिखकर कहा था, मेरे खिलाफ जो महाभियोग लाने की कोशिश की जा रही है, वह अमेरिकी इतिहास में लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला है। जो बिडेन के सहयोगी मुझे पद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप हैं कि 2020 के आगामी राष्ट्रपति चुनाव में संभावित प्रतिद्वंद्वी और पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन की छवि खराब करने के लिए उन्होंने यूक्रेन से अवैध रूप से मदद मांगी थी। साथ ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर संसद (अमेरिकन कांग्रेस) के काम में बाधा डालने का भी आरोप है।