बाजार लोगों ने की खरीदारी पुलिस फोर्स रही तैनात


 

मेरठ शहर में शुक्रवार को हुई हिंसा आगजनी व पत्थरबाजी मैं शामिल उपद्रवियों पर अब जिला प्रशासन का शिकंजा कसने जा रहा है आरोपितों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए रूपरेखा तैयार कर ली गई है साथ ही सरकारी व गैर सरकारी संपत्तियों की तोड़फोड़ आदि के नुकसान पहुंचाने वालों पर प्रशासन की कड़ी नजर है उपद्रवियों को जिला प्रशासन धर दबोचने की तैयारी में जुटा है जिसके लिए आला अधिकारियों के नेतृत्व में शुक्रवार को हुई सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति के नुकसान का आकलन भी किया गया। वही नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के नाम पर नमाज के बाद उग्र भीड़  ने शहर के आठ स्थानों जिसमें लिसाड़ी गेट चैराहा, हापुड़ रोड, घंटाघर, भूमिया का पुल, खता रोड, तारापुरी, इस्लामाबाद चैकी आदि शामिल है। क्षेत्रों में पुलिस पर पथराव किया गया था जिसमें ख़ता रोड और हापुड़ रोड पर हालात बेकाबू हो गए थे जिन को कंट्रोल करने में पुलिस के हाथ पैर फूल गए थे। वही गोली लगने से मोहसिन, आसिफ, जहीर एवं अलीम और आसिफ की मौत हो गई थी पुलिस प्रशासन की ओर से 13 मुकदमे दर्ज कर लगभग 2 सौ वालियों को नामजद किया गया है जबकि 5000 के करीब अज्ञात रखे गए हैं मेरठ में पुराने अफसरों को शांति व्यवस्था में लगाया गया है जिसमें एसएसपी नितिन तिवारी एवं एसपी सिटी रणविजय सिंह मुख्य हैं मुस्लिम समाज के लोगों को साथ लेकर शांति की अपील की जा रही है एसएसपी अजय साहनी ने बताया है कि बाहरी उपद्रवियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं जबकि 100 उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है जिन की धरपकड़ को टीमें बनाकर दबिश दी जाएगी तो मेरठ के डीएम अनिल ढींगरा ने कहा कि जिला प्रशासन पूरे मामले पर सतर्क निगाह रखे हुए हैं और मजिस्ट्रेट व अन्य अधिकारी भी तैनात रहेंगे। इस्लामाबाद पुलिस चैकी फूकने में शुएब नाम का व्यक्ति जो पार्षद का चुनाव लड़ चुका है मुख्य भूमिका बताई जा रही है पुलिस प्रशासन की ओर से 13 मुकदमे दर्ज किए गए हैं जिसमें 147, 148, 149 ,504, 506, 307, 323, 333,  353, 427, 120 आदि धाराओं में अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए  जा चुके हैं वही एक और शांति है तो नेताओं ने भी तरकश में तीर साधने शुरू कर दिए हैं और दूसरी पार्टियां सपा को निशाना साधते हुए उनको दोषी ठहरा रहे हैं वहीं सांसद राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून देश हित में है और यह किसी भी देशवासी को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं है। अब शहर के संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में मुख्य रूप से शुक्रवार को हुई घटना से प्रभावित क्षेत्र भी शामिल हैं। इसके लिए क्षेत्रीय व्यापारियों व दुकानदारों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वह चिन्हित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। इन कैमरों के माध्यम से जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी इन स्थानों पर हर पल पैनी नजर रखेंगे। एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी का कहना है कि कैमरों के लगने से व्यापारियों व दुकानदारों के साथ क्षेत्रीय लोग भी सुरक्षित रह सकेंगे। शहर के सामान्य हो रहे हालात में लोगों का एक दूसरे के प्रति विश्वास बनाए रखने के लिए भी प्रयास शुरू हो गए हैं। इसके लिए पुलिस लाईन में शांति समिति की बैठक बुलायी गई है। एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी के नेतृत्व में एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह व सिटी मजिस्टेट संजय कुमार पांडेय समेत अन्य अधिकारियों ने लिसाड़ी गेट, भूमिया का पुल, एल ब्लाक शास्त्रीनगर से लेकर हापुड अड्डा एवं बेगमपुल आदि क्षेत्रों का भ्रमण किया। इस दौरान लोगों से बातचीत कर माहौल को सद्भाव पूर्ण बनाए रखने की अपील की। इंटरनेट चालू करने के बाद ही पुलिस ने व्यवस्था भी बना दी है। आइजी ने आदेश कर दिया कि हिंसा की वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल करने पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया जाएगा। एसटीएफ और आइजी की साइबर सेल टीम को देख रेख के लिए लगा दिया है। आइजी आलोक सिंह ने बताया कि वीडियो डालने वाले आरोपित की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगा दिया है। ऐसे लोगों पर हिंसा कराने की साजिश का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।