गौशाला और रैन बसेरा का निरीक्षण


जौनपुर।  जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह द्वारा रात्रि में शहर का भ्रमण कर कृषि भवन स्थित अस्थाई गौशाला, रूहट्टा, पुरानी सब्जी मंडी, बदलापुर पड़ाव पर जलाए जा रहे हैं अलाव तथा जिला एवं महिला अस्पताल में रैन बसेरा तथा अलाव का निरीक्षण किया गया। गौशाला के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गोवंशो को ठंड से बचाने के लिए कम से कम तीन स्थानों पर अलाव जलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौशाला की साफ सफाई रखें। अत्यधिक ठंड के कारण गोवंश की अधिक देखभाल की आवश्यकता है। इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा रूहट्टा में अलाव का निरीक्षण किया गया।   जिलाधिकारी ने बदलापुर पड़ाव में अलाव के निरीक्षण के साथ ही मण्डी में दूध बेचने वालों से बातचीत की तथा दूध में किसी प्रकार की मिलावट न करके शुद्ध दूध बेचने के लिए अपील की। जिलाधिकारी ने दूध विक्रेताओं को मिलावटी दूध न बेचने का संकल्प भी दिलाया।  जिलाधिकारी ने ठंड से बचने के लिए बच्चे को कंबल भी दिया। इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा पुरानी सब्जी मंडी में अलाव का निरीक्षण किया गया। यहां पर झगडू हलवाई की दुकान के पास अलाव जलता न पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल अलाव जलाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा तीन दिन पूर्व पुरानी सब्जी मंडी में अलाव निरीक्षण के दौरान शाहबाज अंसारी से दोहरा न खाने का संकल्प दिलाया गया था, जिसकी सत्यता की जांच लगातार तीन दिन तक स्वयं जिलाधिकारी द्वारा की गई और पाया गया कि शाहबाज अंसारी ने जिलाधिकारी की अपील पर दोहरा खाना छोड़ दिया है, जिस पर जिलाधिकारी ने शाहबाज को शाबाशी दी। जिलाधिकारी द्वारा पुरुष तथा महिला अस्पताल में अलाव तथा रैन बसेरों का निरीक्षण किया गया साथ ही मरीजों एवं तामीरदारों से अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मरीजों से पूछा कि अस्पताल में उन्हें किसी प्रकार की असुविधा तो नहीं है। महिला एवं पुरुष अस्पताल में रेन बसेरा बना दिया गया है, यहां पर दोनों जगह अलाव जलते पाए गए। पुरुष तथा महिला अस्पताल में पंजीकरण किए जाने वाले स्थान पर खाली पड़ी जगह पर 15 से 20 गद्दे लगाकर तामीरदारों के सोने के लिए सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में बने रैन बसेरों की जानकारी तामीरदारों को अवश्य दी जाये। जिलाधिकारी द्वारा किसी भी डाक्टर को बाहर की दवा न लिखने के सख्त निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि अब अगर किसी डाक्टर ने बाहर की दवा लिखी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
फोटो 03- महिला अस्पताल का निरीक्षण करते जिलाधिकारी।