हरिकृष्ण शिक्षा निकेतन में बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वार्षिकोत्सव


बहराइच।विकासखंड फखरपुर गजाधरपुर स्थित श्री हरिकृष्ण शिक्षा निकेतन में बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ विद्यालय का वार्षिक उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर रात्रि में विद्यालय के संस्थापक पंडित हरि कृष्ण लाल पांडे की स्मृति में एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री अखंड प्रताप सिंह जिला प्रतिनिधि युवा भाजपा नेता व ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष एस पी मिश्रा के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री पेशकार यादव सदस्य जिला पंचायत एवं भाजयुमो के जिला महामंत्री श्री अरुणेन्द्र प्रताप सिंह अंकित की गरिमामयी उपस्थिति रही। विद्यालय की छात्राओं ने मां शारदे की वंदना भी प्रस्तुत की। विद्यालय प्रबंधक पंडित दिवाकर पांडे ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा छात्राओं ने स्वागतम स्वागतम गीत प्रस्तुत किया। विद्यालय की छात्राओं ने गणेश वंदना 'देवा श्री गणेशा' नियति एवं मंतशा ने प्रस्तुत किया। छोटे-छोटे बच्चों ने गोलमाल-गोलमाल कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। पर्यावरण को बचाने की मुहिम का संदेश देते हुए छात्राओं ने एकांकी 'वनदेवी और राजा' तथा नेहा, लक्ष्मी वर्मा, रामदेवी ने यह देश है वीर जवानों का नित्य प्रस्तुत किया।बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का संदेश देते हुए जैनब, उमा, सेजल छात्राओं ने बेटी से करो तुम प्यार तथा कीर्ति प्रीति छाया फरीहा चांदनी सौम्या इत्यादि ने छोटी सी नन्ही सी आई कोई परी पर एक सुंदर सा नृत्य प्रस्तुत किया। भारत की स्वाधीनता पर आधारित एंकाकी 'रानी लक्ष्मीबाई' प्रस्तुत किया। छात्राओं ने गरबा तथा डांडिया के माध्यम से देश की सांस्कृतिक, लोक कलाओं की झलक प्रस्तुत की। विद्यालय की छात्राओं जेनब नंदिनी एवं लक्ष्मी इत्यादि ने प्रेम पर आधारित 'वतन के हम फरिश्ते हैं वतन पर जान देंगे' प्रस्तुत किया। जिस पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाई और भाव विभोर हो उठे। विद्यालय की छात्राओं तथा छात्रों ने स्टंट पर आधारित पिरामिडो कौशलों के द्वारा देश् की एकता अखंडता को प्रतिबिंब करते हुए भावगीत प्रस्तुत किए। वर्तमान परिदृश्य पर व्यंग करते हुए 'जब नौकरी मिलेगी तो क्या होगा' तथा ग्रामीण संस्कृति पर आधारित गीत 'जिस देश में गंगा रहता है' तथा हास्य नाटक 'आग का तमाशा' भी प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर हजारों नागरिक अभिभावकगण बच्चे तथा महिलाएं उपस्थित रहे इस अवसर पर रात्रि में एक विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसकी अध्यक्षता ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष एस पी मिश्रा ने की। कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि मंडल अध्यक्ष भाजपा अनिल सिंह रहे। कवि सम्मेलन में प्रसिद्ध व्यंगकार श्रीकांत शाहजहांपुर को पंडित हरि कृष्ण लाल पांडे स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया।कवि सम्मेलन की शुरुआत मिश्रिख सीतापुर से पधारे जगजीवन मिश्रा द्वारा मां शारदे की वंदना से हुआ। राघवेंद्र त्रिपाठी ने राष्ट्र के स्वाभिमान एवं गौरव का बखान करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अस्मिता के विरुद्ध बात हो तो गर्दन मरोड़ और तोड़ देनी चाहिए। शाहजहांपुर से पधारे प्रसिद्ध व्यंग कवि श्रीकांत ने वर्तमान राजनीति पर व्यंग करते हुए कहा कि अपनों से लड़े औ सिफर हो गए, रह अकेली गई सब ब्रदर खो गए। हास्य के प्रसिद्ध गीतकार समीर शुक्ला फतेहपुर ने मानव प्रकृति को लेकर कहा कि अरे मोरे भैया बच के रहना गिरगिट मिली है सतरंगा, टिंनिक-टिंनिक हर गंगा। इस अवसर पर हास्य कवि विकास बौखल कवि संतोष सिंह ने भी अपनी रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। इससे पूर्व विद्यालय प्रबंधक पंडित दिवाकर पांडे ने सभी कवियों एवं अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।