सहारनपुर में फ्लैग मार्च निकालते पुलिस प्रशासनिक अधिकारी।
सहारनपुर।(आरएनएस) जनपद में नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी लागू करने को लेकर उठ विरोधी स्वरों के चलते आज एक बार फिर जिला प्रशासन के निर्देश पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई। माना जा रहा है कि कल (आज) जुमे के दिन होने वाली नमाज के दौरान किसी भी तरह का जोखिम जिला प्रशासन उठाना नहीं चाहता। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जनपद में भी मुस्लिम समुदाय द्वारा बैठकों का आयोजन कर अपना विरोध जताने का सिलसिला चल रहा था, परंतु विगत शुक्रवार को अचानक मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगों द्वारा घंटाघर चैक पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था। हालांकि प्रशासन ने विरोध की आशंकाओं को देखते हुए पूर्व में ही यातायात मार्ग को परिवर्तिैत कर दिया था। जिला प्रशासन को विरोध की आशंका तो जरूर थी परंतु इतनी भारी संख्या में लोगों के एकत्र होने से जिला प्रशासन एकदम सकते में आ गया था तथा जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय व एसएसपी दिनेश कुमार पी ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को बामुश्किल समझा-बुझाकर वापस भेजा था। इस मामले में जिला प्रशासन द्वारा 1600 लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघटन का माला दर्ज कराया गया था। इसके खिलाफ दो दिन पूर्व सर्वदलीय संघर्ष समिति ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग की थी। आज दोपहर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने जनपद में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के उद्देश्य से दो दिन तक इंटरनेट सेवा बंद रखने की जानकारी दी। जिला प्रशासन के इस निर्णय के पीछे शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज से जोड़कर देखा जा रहा है। क्योंकि जिस तरह पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हजारों लोगों ने घंटाघर पर भारी संख्या में एकत्र होकर जाम लगा दिया था। इस बार प्रशासन फूंक-फूंककर कदम उठा रहा है तथा किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहता। इसी सिलसिले में जिला प्रशासन गांव-गांव जाकर लोगों को नागरिकता संशोधन कानून से अवगत करा रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर पीएसी व अर्द्धसैनिक बलों की कई कम्पनियों को भी बुलाया गया है।
जिला प्रशासन ने जनपद में इंटरनेट सेवा पर लगाई रोक