जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक 


बहराइच 26 दिसम्बर। विगत दिवस कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री सुपोषण घर पर निर्धारित मानक व गुणवत्ता के अनुसार भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मोतीपुर अन्तर्गत छूटे वीएचएसएनडी सत्र की संख्या अधिक पाये जाने पर सम्बन्धित एमओआईसी से स्पष्टीकरण प्राप्त किये जाने का निर्देश दिया। सीएचसी जरवल अन्तर्गत प्रथम त्रैमास का एएनसी पंजीकरण मात्र 63 प्रतिशत पाये जाने पर सम्बन्धित एमओआईसी को कारण बताओं नोटिस जारी करने का निर्देश देते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया कि प्रथम त्रैमास में 90 प्रतिशत से कम पंजीकरण नहीं होना चाहिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री कुमार ने यह भी निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं की 04 एएनसी जॉच में गुणवत्ता लायी जाय साथ ही कम वज़न के बच्चों की पैदाइश में सुधार लाने के लिए सभी गर्भवती महिलाओं का प्रत्येक माह वज़न कराकर यह देखा जाय कि उनका वज़न मानक के अनुसार बढ़ रहा है कि नहीं। मानक के अनुसार वज़न न पाये जाने पर आशा, एएनएम व ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियॉ घर पर जाकर महिला को खानपान, पौष्टिक आहार व आयरन की गोली खाने की सलाह दी जाय। श्री कुमार ने यह भी निर्देश दिया कि कायाकल्प योजना के तहत सुदृढ़ किये गये उपकेन्द्रों पर प्रत्येक दशा में एएनएम का रहना सुनिश्चित कराया जाय। 
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विशेश्वरगंज व कैसरगंज अन्तर्गत संस्थागत प्रसवों की संख्या कम पाये जाने पर सम्बन्धित एमओआईसी को नोटिस जारी किये जाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी श्री कुमार ने लिंग अनुपात को मेनटेन करने के लिए पीसीपीएनडीटी एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन कराये जाने का निर्देश दिया। श्री कुमार ने यह भी निर्देश दिया कि प्राईवेट नर्सिंग होमों में पैदा होने वाले बच्चों का भी विवरण प्राप्त किया जाये ताकि उनके स्वास्थ के बारे में जानकारी हो सके। 
आयुष्मान भारत योजना की प्रगति संतोषजनक पायी गयी परन्तु आलिया नर्सिंग होम कैसरगंज में मात्र 01 मरीज़ को लाभान्वित किये जाने की स्थिति पाये जाने पर सम्बन्धित को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि ऐसे लोग जिनका नाम आयुष्मान भारत योजना की सूची में है किन्तु उनके पास राशन कार्ड नहीं है तो परिवार रजिस्टर की नकल के आधार पर भी गोल्डेन कार्ड बनवाये जायें। 
सघन मिशन इन्द्रधनुष की प्रगति संतोषजनक न पाये जाने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी चित्तौरा, फखरपुर, मिहींपुरवा व रिसिया को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। समस्त एमओआईसी को निर्देश दिये गये कि जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता स्वयं देखते रहें, यदि कहीं पर कोई कमी पायी जाये तो मुख्य चिकित्साधिकारी को सूचित करें। जनपद में 17 से 19 फरवरी 2020 के मध्य संचालित होने वाले राष्ट्रीय फाइलेरिया कार्यक्रम के सफल संचालन के सम्बन्ध में निर्देश दिया गया कि समय से माइक्रोप्लान तैयार कर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय। इसके अलावा अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। 
इससे पूर्व जिला स्तरीय पोषण समिति की बैठक के दौरान विकास खण्ड हुजूरपुर, शिवपुर, पयागपुर, बलहा व मिहींपुरवा में मुख्यमंत्री सुपोषण घर में बच्चों की संख्या कम पाये जाने पर सम्बन्धित बाल विकास परियोजना अधिकारियों को नोटिस जारी करने के साथ ही सीडीपीओ मिहींपुरवा का वेतन रोके जाने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित को निर्देश दिया कि ऐसे कुपोषित बच्चें जिनके परिवार के राशन कार्ड अभी नहीं बन पाये हैं, उन्हें तत्काल बनवाया जाय। समीक्षा के दौरान पाया गया कि कुपोषण मुक्त के लिए चयनित 82 में से 48 ग्राम कुपोषण मुक्त हो गये हैं। बैठक के दौरान सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि गोद लिये गये गॉवों का नियमित रूप से भ्रमण करते रहें। ग्राम के भ्रमण के दौरान एक-एक बच्चे का फालोअप किया जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चौहान, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेश सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डी.के. सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी जी.डी. यादव सहित गोद लिये गये गॉवों के नोडल अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।