जिलाधिकारी ने सीएचसी भंगहा का किया औचक निरीक्षण







श्रावस्ती। जननी सुरक्षा योजना के तहत संस्थागत प्रसव वाली महिलाओं के खाते में समय से भुगतान न करने एवं अब तक अस्पताल में हुए संस्थागत प्रसव वाली महिलाओं को उक्त योजना के तहत लेखा जोखा का अभिलेख दुरूस्त न पाये जाने के कारण ब्लाॅक एकांउट मैनेजर आकाश सोनी को कड़ी फटकार लगाने के साथ ही सम्बंधित स्टाॅफ नर्स को भी इस लापरवाही के लिए फटकार लगाई] और एक माह के अन्दर सभी अभिलेखों को दुरूस्त कर संस्थागत प्रसव वाली महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना के तहत शत प्रतिशत भुगतान का निर्देश दिया गया, वही सम्बंधित चिकित्सा अधिकारी को भी इस लापरवाही के लिए आगाह करते हुए ढंग से कार्य करने की नसीहत दी गयी है एवं सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने हेतु उन्हे भी एक माह की मोहलत दी गयी।
यह निर्देश विकास खण्ड हरिहपुर रानी के अन्तरगंत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भंगहा का औचक निरीक्षण करने के दौरान जिलाधिकारी सुश्री यशु रूस्तगी ने दी है। निरीक्षण के दौरान जब जिलाधिकारी पंजीकरण काउन्टर पर अपरान्ह 12-15 बजे पंजीकरण काउन्टर पर पहुची तो पता हुआ कि कुल 25 मरीजों का पंजीकरण हुआ है, दवा स्टाक पंजीका का निरीक्षण के दौरान यह पता चला कि कफ सीरफ, बीसीजी टीका बैक्सीन एवं कंडोम बाक्स में कंडोम की अनुउपलब्धता तथा महिला वार्ड एवं अस्पताल कैम्पस में साफ-सफाई ढंग से न पाये जाने पर जिलाधिकारी के गहरी नाराजगी जताते हुए दूरभाष पर ही मुख्य चिकित्साधिकारी को अस्पताल का मुआयना कर सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त कराने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी द्वारा कलस्टर बैठक पंजिका का अवलोकन करने के दौरान पता हुआ कि सीएचसी में कुल 223 आशा की तैनाती है, लेकिन कलस्टर की बैठक मे 123 आशा ही उपस्थित हुई थी इस प्रकरण को गभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने वही पर उपस्थित बीसीपीएम को कडी फटकार लगाई और यह कहां कि यदि आशा अस्पताल नही आती है तो इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को क्यो नही कि गयी|
 लापरवाह आशाओं की रिपोर्ट भेजे ताकि उनके ऊपर कार्यवाही की जा सके। उन्होने कहां कि मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम के तहत आशाओं द्वारा ढंग से काम न करने के कारण भी शत प्रतिशत टीकाकरण का प्रतिशत कम हुआ है जो भी चिन्ता का विषय है, अब आशाओं की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी, उन्हे चिन्हित कर कार्यवायी होगी।इसके बाद जिलाधिकारी ने प्रसव कक्ष,कोल्ड चैन कक्ष एवं दवा वितरण काउंटर का भी निरीक्षण किया, कोल्ड चैन कक्ष में निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि बिजली की उपलब्धता एवं जनरेटर के संचालन का विवरण दर्ज करने हेतु बनाए गये पंजिका में फर्जी आकंडे पाये जाने पर जिलाधिकारी ने सम्बंधित कर्मचारी को भी फटकार लगाते हुए ढंग से उपलब्ध बिजली एवं जनरेटर के संचालन का ब्योरा विवरण पंजिका मे दर्ज करने का निर्देश दिया है।