ललितपुर जिले में कायम है कौमी एकता की मिशाल : डीएम


ललितपुर। जिलाधिकारी योगेश कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में जनपद की कानून/शान्ति व्यवस्था (पीस कमेटी) की बैठक कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं एवं मुस्लिम समुदाय के सभ्रान्त नागरिकों के साथ नागरिकता संशोधन बिल के संबंध में फैल रही भ्रान्तियों को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि नागरिक संशोधन बिल से भारत के नागरिकों का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि बटवारे के वक्त अंग्रेजी शासन द्वारा भारत में हिन्दु-मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच आपसी सामन्जस्य एवं सदभाव को लेकर भेदभाव का नकारात्मक दंश उत्पन्न किया गया था। इसी दंश का प्रभाव हम लोगों को आज तक झेलना पड़ रहा है। हमारे देश में कौमी एकता एवं साम्प्रदायिक सदभाव की भावना प्रारंभ से विद्यमान रहीं है। नागरिकता संशोधन बिल के तहत बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान समेत आस-पास के देशों से भारत में आने वाले हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी धर्म वाले लोगों को नागरिकता दी जाएगी। जिलाधिकारी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम-2019 (ब्।।) बिल के अर्थ के संबंध में बताते हुए कहा कि यह कानून सिर्फ नागरिकता देने के लिए है, किसी की नागरिकता छीनने का अधिकार इस कानून में नहीं है। भारत के अल्पसंख्यकों विशेषकर मुसलमानों का ब्।। से कोई अहित नहीं है। ब्।। से देश के नागरिकों की नागरिकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह कानून किसी भी भारतीय हिन्दु, मुसलमान आदि को प्रभावित नहीं करेगा। इस अधिनियम के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांगलादेश में धार्मिक उत्पीडऩ के कारण वहां से आये हिन्दु, ईसाई, सिक्ख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म को मानने वाले शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जायेगी, जो 31 दिसम्बर, 2014 से पूर्व ही भारत में रह रहे हों तथा जो केवल इन तीनों देशों से धर्म के आधार पर प्रताडि़त किये गए हों। अभी तक भारतीय नागरिकता लेने के लिए 11 साल भारत में रहना अनिवार्य था। यह कानून केवल उन लोगों के लिए है जिन्होंने वर्षों बाहर उत्पीडऩ का सामना किया और उनके पास भारत आने के अलावा और कोई जगह नहीं है। बैठक में पुलिस अधीक्षक कैप्टन एम.एम.बेग ने अपने सम्बोधन में कहा कि हम सभी में सामुदायिक भिन्नता पूर्ण रुप से समाप्त हो चुकी है, जिसके फलस्वरुप प्रदेश में शान्ति व्यवस्था एवं सदभाव के मामले में जनपद ललितपुर का महत्वपूर्ण स्थान है। इसका पूर्ण श्रेय ललितपुर के निवासियों को जाता है। जनपद में व्याप्त शान्तिपूर्ण माहौल के लिए जनपदवासी धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि आज की इस बैठक में उपस्थित मुस्लिम एवं अन्य समुदाय के लोग अपने आसपास के लोगों को जागरुक करते हुए नागरिकता संशोधन बिल के बारे में फैल रही किसी भी प्रकार की नकारात्मक भ्रान्ति से दूर रहने का आग्रह करें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि विश्व में मुसलमानों के लिए भारत देश से अच्छा अन्य कोई मुल्क नहीं है। मौके पर जिलाधिकारी के निर्देशन में उपस्थित विभिन्न समुदाय के लोगों को नागरिकता संशोधन बिल के सार से सम्बंधित पर्चे भी वितरित किये गए। बैठक में उप जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ए.के.विजेता, क्षेत्राधिकारी सदर राजासिंह सहित विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।