नवसाक्षर महिलाओं को दिया बांस शिल्प का प्रशिक्षण


ललितपुर। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड द्वारा संचालित समेकित आदिवासी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत साईं ज्योति संस्था ललितपुर द्वारा तारा अक्षय की नवसाक्षर महिलाओं हेतु पांच दिवसीय बांस शिल्प प्रशिक्षण का आयोजन ग्राम दावनी में किया गया। आज के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड श्री अरविंद निगम रहे।
इस अवसर पर जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड निगम ने कहा बांस का काम परंपरागत रूप से एक समुदाय विशेष के द्वारा किया जाता है, उन्होंने कहा कि बात का काम परंपरागत रूप से करने पर एक तो उसने लागत ज्यादा आती है मेहनत ज्यादा होती है एवं दाम कम मिलता है, उन्होंने कहा बांस शिल्प के माध्यम से नवसाक्षर महिलाएं छोटे-छोटे बांस से बनने वाली चीजों को बनाकर अधिक लाभ कमा सकते हैं जैसे वॉल हैंगिंग है पेपर ट्रे, पेन स्टैंड, फ्लावर पॉट, आदि बहुत सी ऐसी छोटी-छोटी चीजें हैं जिनको बड़े आसानी से बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा इस प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं की क्षमता वृद्धि कर उनको आत्मनिर्भर बनाना है। साईं ज्योति संस्था के सचिव अजय श्रीवास्तव ने कहा हमारा प्रयास है कि हम अधिक से अधिक महिलाओं को इस तरह की योग्यता को बढ़ाएं जिससे वह कम लागत एवं मेहनत में अधिक आमदनी प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि संस्था आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण ओं को करती रहेगी। अभी वर्तमान में बांस शिल्प का प्रशिक्षण 3 गांव में कराने का और फल संरक्षण का प्रशिक्षण 3 गांव में कराने का लक्ष्य रखा गया है। बांस शिल्प के प्रशिक्षक पिंकी एवं प्रभु ने 5 दिन तक महिलाओं को लगातार विभिन्न तरह के आभूषण पेपर ट्रे पेन स्टैंड फ्लावर पॉट आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया महिलाओं ने प्रशिक्षण को काफी रुचि पूर्वक ग्रहण किया। कार्यक्रम में तारा अक्षर कार्यक्रम के समेकित आदिवासी विकास कार्यक्रम के राजेश राय, विनय श्रीवास्तव, सीनियर सुपरवाइजर राघवेंद्र पांडे, मोहम्मद परवेज, तारा अक्षर की प्रशिक्षक एवं तारा सहेली, साईं ज्योति संस्था के अजय मिश्रा, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। संचालन तारा अक्षर के ब्लॉक समंदर पुष्पेंद्र सिंह यादव ने किया।