निगम की सिर्फ एक बस वह भी अनियमित


कोरांव, प्रयागराज। जनपद मुख्यालय से80किमी दूर मध्य प्रदेश की सीमा से लगा कोरांव में यातायात को ध्यान में रखते हुए1964 में कोरांव बस स्टैंड की स्थापना तत्कालीन सरकार द्वारा किया गया। जहां से लोगों की मानी जाय तो दर्जनों बसें प्रत्येक घंटे कोरांव से जनपद के लिए जहां जाया करती थी। वहीं यहां से मिर्जापुर, बनारस, रीवा, फैजाबाद, लखनऊ, जौनपुर, चाकघाट,नारीबारी तक के लिए गाडियां चलती थी जिनका समय लिखा जाता था। किन्तु बर्तमान समय में विकास के इस दौड़ में सभी रूट की गाडि़यों का संचालन पूर्णतया बन्द हो गया अब यात्रियों को डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। जहां मनमाने ढंग से भाड़ा वशूला ही नहीं जा रहा बल्कि सवारियों को खड़ा करके शोषण किया जा रहा है।


वहीं रख रखाव के अभाव में कभी भी गिर सकता है कोरांव डिपो जहां एक ओर खिड़कियां टूट गई है और जल निकासी की व्यवस्था न होने से चारों ओर पानी भरा है। तथा छत टूटकर गिर रहा है। इस सम्बन्ध में विधायक राजमणि कोल से बात करने का प्रयास किया गया तो मोबाइल बन्द मिला।