प्रशासन की अतिसंदेनशीलता के चलते ठिठुरन भरी सर्दी में स्कूल जाने को हैं मजबूर


बिलग्राम(हरदोई)। सरकार के  आदेश असमंजस की स्थिति बनी हुई है शासन प्रशासन कब नींद से जागेगा सरकार द्वारा जो स्वेटर सरकारी स्कूलों में निःशुल्क बांटे गए क्या वह सर्दी बचाने में काफी हैं इससे सर्दी बच जयगी? हरदोई जिले में सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में बच्चे इस ठिठुरन भरी सर्दी में स्कूल जाने को मजबूर हैं जबकि आस पास के जिलों में इस भीषण सर्दी के चलते स्कूलों में छुट्टियां कर दी गयी हैं। लेकिन जनपद हरदोई में प्रशासन सोता दिख रहा है।ऐसा लग रहा है कि आस पास के जिलों सर्दी हो रही है लेकिन हरदोई में गर्मी का मौसम है जब ही प्रशासन और अधिकारियों पर इसका असर नही हो रहा है।सूत्रों के मुताबिक अभिभवकों की माने तो कुछ प्राइवेट स्कूल बंद हैं जबकि सरकारी स्कूल खुले हुए हैं और बच्चे स्कूल जाने पर मजबूर हैं। कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। कोहरे के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। कोहरे के बीच निजी स्कूल के बच्चों को सुबह सवेरे ही घर से निकलना पड़ा। करीब 11 बजे तक कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार बृहस्पतिवार और शुक्रवार को मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। कई दिनों से कोहरे का कहर शुरू हो गया है। सुबह देर से सूर्य निकलने के कारण लोग सर्दी में ठिठुरते नजर आ रहे हैं।  मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन में अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी। शनिवार को हल्की बरसात की संभावना है। रविवार को भी मौसम में बदलाव रहेगा। रविवार तक सुबह और रात के समय कोहरे का प्रभाव रहेगा। बिलग्राम संवददाता ने सुबह 8 बजे से 9 बजे तक शहर के कई चौराहों का अवलोकन किया। हर नुक्कड़ पर स्कूली बच्चे खड़े नजर आए। सर्दी के मौसम में बच्चे अपने अभिभावकों के साथ ठिठुरते हुए दिखे। निजी स्कूलों की बसें कोहरे के बीच ही बच्चों को स्कूल ले जा रही थी।   बिलग्राम नगर में सरकारी लगभग सारे स्कूल खुले हैं और निजी स्कूल 80 प्रतिशत से अधिक स्कूल खुले हुए हैं। निजी और सरकारी स्कूलों की ओर से छुट्टी नहीं करने के कारण बच्चों को ठंड में भी ठिठुरते हुए स्कूल जाना पड़ रहा है।


अनहोनी पर कौन होगा जिम्मेवार प्रशासन या स्कूल...


जब हमने परिजनों से बात कि तो उन्होंने बताया कि इस समय क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अगर बच्चों को नहीं भेजते हैं स्कूल तो उनका वर्क भी छूट जाएगा इसके कारण बच्चों को प्रतिदिन स्कूल में जाना पड़ रहा है। चाह कर भी उनको रोक नहीं पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोहरे की शुरूआत भी हो चुकी है। अगर ऐसे घने कोहरे में कोई अनहोनी घटना हो गई तो इसका जिम्मेवार कौन होगा। स्कूल या प्रशासन?