लखनऊ, (आरएनएस )। राजधानी के अहियागंज क्षेत्र में एक दिन पहले रामनिवास सुनील कुमार नेहरू क्रास स्थित दुकान में अपराधियों द्वारा लूटपाट कर कर्मचारी सुभाष को गोली मार दिये जाने और तत्पश्चात उसकी मृत्यु होने के बाद शुक्रवार को तमाम व्यापारिक संगठन और कारोबारी प्रतिनिधि अपनी-अपनी दुकानें व प्रतिष्ठान बंद सड़क पर उतर आये। इसी विरोध में आज अहियागंज क्षेत्र की सभी दुकानें बंद रहीं। नेहरू क्रास चौराहे पर आम सभा बैठक हुई जिसमें स्थानीय व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने पुलिस को कठघरे में खड़े करते हुए प्रशासन से मांग की कि जल्द से जल्द लूटी गई रकम के साथ अपराधी को गिरफ्तार किया जाये।
लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि जो घटना हुई है वह व्यापारियों को नहीं बल्कि व्यापार मंडल को चुनौती मिली है। व्यापार मंडल के चेयरमैन हरीश चंद्र अग्रवाल ने कहा कि पुलिस हमेशा व्यापारियों पर दबाव बनाती है कि कैमरा अपने यहां लगाएं जबकि मेन चौराहों पर पुलिस का कोई कैमरा नहीं लगा है। वहीं उप्र आदर्श व्यापार मंडल अध्यक्ष ने मृतक के परिजनों को अविलम्ब 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की मांग प्रदेश सरकार से की है। महामंत्री नीरज गुप्ता ने कहा कि पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार कर छोड़ देती है जिससे दोबारा वही अपराधी दूसरी घटना को अंजाम दे देते हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष धीरेंद्र अवस्थी ने कहा कि पुलिस गश्त नहीं करती है इस तरीके की घटना रेकी होने के बाद ही होती है। प्रांतीय अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल ने कहा कि छोटी-छोटी घटनाओं में सरकार 50 50 लाख रुपया मुआवजा दे रही है हम एक टैक्स पेयर हैं, ऐसे में सरकार से मांग करते हैं कि पीड़ित कर्मचारी के परिवार वालों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा दें ताकि वह अपनी छोटी-छोटी बच्चियों भरण पोषण और शादी कर सके। यहिया गंज उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष ने कहा कि हमारे क्षेत्र में ऐसी घटना 22 साल में नहीं हुई है जबकि हमारा बाजार क्षेत्र तीन थानों के अंतर्गत आता है। कहा गया कि अंग्रेजों के समय में अहियागंज पुलिस चौकी में 16 पुलिसकर्मी मौजूद रहते थे जब अहियागंज क्षेत्र में मात्र 200-300 दुकानें ही हुआ करती थी और लगभग 1300 दुकानें केवल अहियागंज में हैं, ऐसे में पुलिस बल बढ़ाने की जरूरत है।
बीच बाजार गोलीकाण्ड, व्यापार मंडल को चुनौती: अध्यक्ष